निमाड़ में रविवार रात से जारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। ताप्ती और नर्मदा सहित अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
ताप्ती तो खतरे के निशान से 9 मीटर ऊपर बह रही है। निचली बस्तियों के अलावा खेतों में भी पानी भर गया।
पुलों पर पानी आने से दो प्रमुख राजमार्गों पर यातायात ठप हो गया। खंडवा के आशापुर में छात्रावास के आसपास जलजमाव के चलते डेढ़ सौ छात्राओं को बचाव अभियान चलाकर निकाला गया।
भारी बारिश को देखते हुए खंडवा में जिला प्रशासन ने 30 जुलाई को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है।
खंडवा में सोमवार सुबह 4.30 बजे से आरंभ बारिश शाम तक जारी रही। शाम पांच बजे पिछले 24 घंटे में जिले में आठ इंच वर्षा दर्ज की गई।
आशापुर में अग्नि नदी उफान पर होने से पुल डूब गया और क्षतिग्रस्त हो गया। इससे खंडवा-होशंगाबाद मार्ग पर यातायात थम गया।
आशापुर में छात्रावास के आसपास जलभराव से 150 से अधिक छात्राओं को सुरक्षित निकाला गया। घरों में पानी घुसने से प्रभावित परिवारों को सुरिक्षत स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
लखोरी नदी के पुल पर पानी आ जाने से खंडवा-देढ़तलाई मार्ग बंद रहा। सिंगोट और खालवा में भी पानी दुकानों और घरों में भर गया। कलेक्टर तन्वी सुंद्रियाल ने प्रभावित परिवारों को राहत राशि देने के निर्देश दिए हैं।
बुरहानपुर में ताप्ती नदी खतरे के निशान से 9.2 मीटर ऊपर यानी 230.00 मीटर पर बहने लगी। इससे शहर की छह निचली बस्तियां जलमग्न हो गईं।
लोगों को पुनर्वास स्थलों पर पहुंचाया गया। प्रशासन भारी बारिश के चलते हाई अलर्ट जारी कि या है। लालबाग क्षेत्र में मकान की दीवार ढह गई।
इंदौर-इच्छापुर राजमार्ग पर निमाड़ हॉस्पिटल के समीप सड़क धंसने से यातायात को डायवर्ट करना पड़ा। ताप्ती में पानी यदि और बढ़ता है तो 200 परिवार प्रभावित होंगे।
प्रशासन ने पुलिस, होमगार्ड और रेस्क्यू टीम को अलर्ट कर दिया है। नदी कि नारों पर पुलिस बल तैनात कि या गया। जिले में पिछले 24 घंटे में औंसत 34.6 मिमी बारिश दर्ज की गई।