न्यायिक अधिकारी व उनकी पत्नी कोरोना संक्रमित होने के बाद सोमवार को खंडवा जिला न्यायालय के एक और अधिकारी संक्रमित हो गए। अदालत में कोरोना पहुंचने के बाद 20 न्यायिक अधिकारियों सहित 86 कर्मचारियों ने अपने को 14 दिन के लिए होम क्वारेंटाइन कर लिया है। मंगलवार से आगामी आदेश तक न्यायालय में किसी भी मामलें की सुनवाई नहीं होगी। जरूरी मामलों की सुनवाई अब 70 किलोमीटर दूर बुरहानपुर में होगी। कोरोना काल में प्रदेश में ऐसा पहला मामला है जब न्यायालय में इस तरह की व्यवस्था में बदलाव किया है।
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ने इसकी पुष्टि की है। न्यायिक अधिकारी 5 जून को, जबकि उनकी पत्नी 7 जून को पॉजिटिव मिलीं। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग ने उनके संपर्क वाले सभी कर्मचारी व अधिकारियों के सैंपल लिए थे।
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार राजेंद्र कुमार वाणी ने आदेश जारी कर बुरहानपुर के जिला सत्र न्यायाधीश वीरेंद्र एस पाटीदार को खंडवा जिले का प्रभारी न्यायाधीश पदस्थ किया है। अतिआवश्यक मामलों की सुनवाई बुरहानपुर में होगी।
सेशन के बुरहानपुर व लोअर कोर्ट की हरसूद में सुनवाई होगी
बुरहानपुर जिला सत्र न्यायालय में सेशन के मामलों की सुनवाई होगी, जबकि सीजेएम व जेएमएफसी के जरूरी मामलों की सुनवाई हरसूद न्यायालय में होगी। जिला न्यायालय के जो कर्मचारी क्वारेंटाइन नहीं किए गए हैं वे ही न्यायालय में जाएंगे।
खंडवा में न्यायालय को आगामी आदेश तक बन्द कर दिया गया है। हाइकोर्ट जबलपुर के रजिस्ट्रार के आदेश के बाद कल से कोर्ट पूरी तरह बंद रहेगी। खंडवा न्यायिक अधिकारी और उनकी पत्नी कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी।
दोनों का इलाज भोपाल के एम्स में चल रहा है जबलपुर उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार के आदेश के तहत मंगलवार से खंडवा सीजेएम व जेएमएफसी न्यायालय का जूरिडिक्शन हरसूद रहेगा। सेशन कोर्ट का जुरीडिक्शन बुरहानपुर प्रथमअपर सत्र न्यायालय होगा।
न्यायिक अधिकारी और उनकी पत्नी के पॉजिटिव आने के बाद निर्णय लिया गया है। जिला न्यायालय खण्डवा के लगभग 15 जज होम क्वॉरेंटाइन होंगे। इनको आगामी 14 दिन तक घर पर ही रहना होगा।