खंडवा: खंडवा लोकसभा उपचुनाव में इन दिनों लोकल फॉर वॉकल का मुद्दा सोशल मिडिया गरमाया हुआ हैं। उपचुनाव की घोषणा से पहले ही खंडवा के लोग सोशल मीडिया के माध्यम से दोनों ही मांग कर रहे थे की वह स्थानीय व्यक्ति को ही केंडिडेट बनाए। उपचुनाव के घोषणा होने के बाद कांग्रेस के प्रबल दावेदार माने जारहे कांग्रेस नेता अरुण यादव ने निजी कारणों के चलते चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया ऐसे में कांग्रेस ने खंडवा जिले की मांधाता विधानसभा के राज नारायण को टिकट देखर अपना उम्मीदवार बना दिया। इधर आपसी खींचतान के बाद भाजपा ने खंडवा लोकसभा में आने वाले बुरहानपुर के ज्ञानेश्वर पाटिल को अपना उम्मीदवार बनाया। इस बात पर सोशल मीडिया यूजर्स में खंडवा V/S बुरहानपुर की नई बहस छिड़ गई। इस बहस में खंडवा की पंधान विधानसभा और भाजपा से विधायक और प्रदेश प्रवक्ता राम दांगोरे भी कूद पड़े। विधायक राम दांगोरे ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर लिख इटली को हिंदुस्तान से जोड़ दिया। विधायक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर जैसे ही पोस्ट शेयर की। इस पर फॉलोअर्स ने विधायक को काफी ट्रोल करना शुरू कर दिया ।
खंडवा लोकसभा उपचुनाव में दोनों ही दलों को भितरघात का खतरा सता रहा हैं। तो वहीं अब इस चुनाव में क्षेत्रवाद का मुद्दा भी जोर पकड़ने लगा हैं। शोसल मीडिया पर विधायक राम दंगोरे की पोस्ट के स्क्रीन शॉट के साथ अतुल दवे नाम के यूजर ने लिखा। मतदाता अपना चयन कर रहा है तो इस तरह से भ्रमित किया रहा है। नये नये तर्क कुतर्क गढ़े जा रहे हैं। यह आम लोगों की अस्मिता का सवाल है। वैसे बांटा तो दोनों दलों ने हैं। राम के नाम छला दोनों दलों ने हैं।
दल दल तो दोनों में हैं। मजबूरी किसी एक को चुनने की है तो चुनना उसे चाहिए जो मतदाता के मन मुताबिक हो। #खण्डवा लोकसभा
विधायक राम दंगोरे की पोस्ट पर ट्रोल करते हुए सुखदेव कुमावत ने लिखा “तो खण्डवा में भी मर्द हे BJP से चुनाव लड़ने केे लिए हर बार बुरहानपुर वालों को ही देना चाहिए”। अनिल जाधव नायक ने लिखा “पांगरा ओर नांदिया रोड में अंतर देख लीजिए विधायक जी 3 साल आपके बीत चुके है काम शुरू नही हुआ इटली से हमे कोई लेना देना नही ग्राम का विकास ही हमारी पहली प्राथमिकता है”। वहीं अप्पू चौहान नाम के यूजर ने लिखा ” हमें इटली और हिंदुस्तान में अंतर पता है हम हमेशा बीजेपी को वोट देता है मगर बीजेपी के कार्यकर्ताओं को जो बुरा लगा है ऐसी राजनीति से इसलिए इसका विरोध चल रहा है क्योंकि लोकल का टिकट लोकल वालों को ही मिलना चाहिए था मोदी के नाम से वोट मत मांगो तुम्हारी तुम्हारी काबिलियत और तुम्हारी डिसीजन से वोट मांगो तुमने सही फैसला लिया है क्या बस यही जनता बताना चाहती है तुम्हारा फैसला गलत है जनता को इसीलिए हर बीजेपी वाला इसका विरोध कर रहा है और हम भी बीजेपी के ही हैं और बीजेपी को ही सपोर्ट करता है मगर इस चुनाव में नहीं “
एक सोशल मीडिया यूजर्स बन्ना महेन्द्र राजपूत ने तो पंधान विधानसभा की खस्ता हाल सड़क की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा “इटली में मत जाओ विधायक जी अपनी विधानसभा की जनता की समस्या का निराकरण करो उतना ही बहुत है ,, इटली की समस्या का निराकरण वहां की सरकार करेगी”
बता दें कि खंडवा संसदीय क्षेत्र से एक ही बार खंडवा जिले के रहने वाले कालीचरण सकरगाए सांसद रहे हैं। खंडवा लोकसभा से कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही बुरहानपुर के के नेताओं को टिकट देकर चुनाव लड़वाया हैं। हालांकि बुरहानपुर खंडवा लोकसभा क्षेत्र का बड़ा जिला हैं। बुरहानपुर पहले खंडवा जिले का ही हिस्सा था जिसे 2003 में खंडवा से अलग कर बुरहानपुर को जिला बनाया गया।