खंडवा लोकसभा चुनाव में विरोधियों से ज्यादा अपनों से सभी दलों को सामना करना पड़ रहा हैं। खंडवा लोकसभा रण में भी अब तीसरे प्रत्याशी के रूप में सरकार को समर्थन देने वाले बुरहानपुर विधयक सुरेंद्र सिंह ने अपनी पत्नी जय श्री का नामंकन जमा कर लोकसभा के मुकाबले को रोचक कर दिया हैं। जय श्री ने दो नामंकन पत्र जमा किये है एक कांग्रेस का तो दूसरा निर्दलीय।
नामांकन जमा कर जब सुरेंद्र सिंह उर्फ़ शेरा भैया कांग्रेस कार्यालय पहुंचे तो वहां उनका विरोध हुआ। कांग्रेस कार्यालय में मौजूद मुकेश नायक ने उन्हें समझाइस देकर वहां से रवाना किया।
खंडवा लोकसभा सीट एक बार फिर सुर्खियों में हैं। सरकार को समर्थन देने वाले बुरहानपुर के निर्दलीय सुरेंद्र सिंह उर्फ़ शेरा भैया ने विधानसभा के बाद एकबार फिर विरोध के झंडा बुलंद कर दिया हैं। इसबार उन्होंने अपनी पत्नी के लिए कांग्रेस से टिकट की मांग की थी पर कांग्रेस ने खंडवा से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को टिकट दे दिया।
वहीं अब सुरेंद्र सिंह ने अपनी पत्नी का नामंकन जमा कर फिर से कांग्रेस के ही खिलाफ ताल थोक दी हैं। हालांकि शेरा भैया को मानाने की कोशिश भी की जा रही हैं। बकौल सुरेंद्र सिंह उन्हें मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 30 अप्रेल को मिलने बुलाया हैं।
सुरेंद्र सिंह से जब पूछा गया की वे अरुण यादव का विरोध क्यों कर रहे हैं। तो उन्होंने कहा कि यादव बड़े नेता हैं उन्हें यहाँ कोई नहीं जानता उन्हें राज्य सभा से सांसद में जाना चाहिए। उन्होने यादव को कमजोर प्रत्याशी बता कर टिकट बदलने की मांग ही की।
अपनी पत्नी का नामांकन जमा करने के बाद निर्दलीय बुरहानपुर विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन भी पहुंचे जहां कोंग्रेसी कार्यकताओं ने जमकर विरोध किया। वहीं कांग्रेस कमेटी की मीटिंग लेने आये कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकेश नायक ने उन्हें समझा कर रवाना किया।
मुकेश नायक ने शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज अधिकारियों को डराने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही ये भ्रम फैला रहे हैं की वे कांग्रेस की सरकार को गिरा देंगे पर हमारी सरकार मजबूत सरकार हैं और हमारी सरकार आज की तरह स्थिर बनी रहेंगी।