खंडवा नगर निकाय (madhya pradesh nikay chunav) 2022 के मतदान पूरा होने के साथ ही रिजल्ट से जुड़ा ( Exit Poll 2022) सर्वे सामने आ गया है। खंडवा नगर निकाय चुनाव में टोटल मतदाता 175644 थे जिसमे से 97407 मतदाताओ ने मतदान किया खंडवा में टोटल 55.46 % मतदान 6 जुलाई को हुआ था जिसकी मतगणना 17 जुलाई रविवार को है ।
खंडवा – खंडवा नगर निकाय (madhya pradesh nikay chunav) 2022 महापौर में चुनाव में इस बार भाजपा कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है खंडवा में महापौर कौन बनेगा इसकी तस्वीर भी तेज़ न्यूज़ डॉट काम के सहयोगी यूथफेम के सर्वे रिजल्ट से लगभग साफ हो गई है। तेज़ न्यूज़ और यूथफेम ने मिलकर यह ऑनलाइन सर्वे किया है जिसमे लोगो ने शामिल होकर अपनी पसंद के कैंडिडेट को वोट किया है यही नहीं तेज़ न्यूज़ की टीम ने भी ग्राउंड पर जाकर लोगो से बातचीत जिसके आधार पर यह सर्वे तैयार किया गया है, ऑनलाइन सर्वे और ग्राउंड पर जाकर जिन लोगो से पूछा गया इस तरह खंडवा नगर निगम सीमा के लोगो की राय और मत से यह सर्वे तैयार किया गया गया है ।
खंडवा में महापौर के लिए भाजपा, कांग्रेस, एआईएमआईएम, आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे थे ऑनलाइन सर्वे में में एआईएमआईएम तीसरे विकल्प के रूप में सामने आती दिख रही खंडवा में पहली बार चुनाव में उतरी एआईएमआईएम को लगभग 6 से 9 हजार वोट मिलते दिख रहे है । आम आदमी पार्टी कुछ ख़ास करती नहीं दिख रही है आप की बात करे तो 1 हजार से अधिक वोट तक ही पहुँच सकती है! इसी तरह अन्य कोई ख़ास करते नहीं दिख रहे है । इस बार नोटा के खाते में वोट कम जाते दिख रहे है ।
भाजपा को फायदा – भाजपा ने यहाँ चुनाव पिछले महापौर चुनाव से सबक लेकर लड़ा और हर वार्ड में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश की भाजपा को इस चुनाव में मुस्लिम बहुल वार्डो से फायदा होने की उम्मीद है । इस बार मुस्लिम बहुल वार्डो में कांग्रेस को भाजपा के साथ साथ एआईएमआईएम से भी मैदान में टक्कर मिली ।
भाजपा को नुकसान – भाजपा को इस बार अपने परंपरागत वोट में भी कांग्रेस से टक्कर मिलती दिख रही है कांग्रेस ने भाजपा के वोट में सेंघमारी की है यदि यह सेंघमारी अधिक हुई तो भाजपा को नुकसान हो सकता है
कांग्रेस को फायदा – कांग्रेस इस बार बदलाव के नाम पर मैदान में थी कांग्रेस ने भाजपा के फिक्स वोटरों में भी सेंघमारी की है जिसका फायदा कांग्रेस को मिल सकता है, भाजपा नेताओं की कथित आपसी खींचतान से कांग्रेस को फायदा हो सकता है ।
कांग्रेस को नुकसान – महापौर के चुनाव में एआईएमआईएम (AIMIM) ने भाजपा – कांग्रेस को ,मिलने वाले एकतरफा मतों में सेंध लगा दी हैं। वहीं भाजपा के पक्ष में भी मुस्लिम वार्डों में मत पड़े हैं। ऐसे में अब मुस्लिम वोटरों को वोट बैंक कहना अब सही नहीं होगा। इसी तरह कुछ ब्राह्मण वोटरों ने भी एक पक्षीय मतदान नहीं किया हैं यहाँ भी ब्राह्मण वोट बंटा हैं। जो कांग्रेस को नुकसान करता दिख रहा है ।
खंडवा की जनता ने तेज़ न्यूज़ और यूथफेम के सर्वे में हिस्सा लेकर ऑनलाइन वोटिंग साथ ही तेज़ न्यूज़ की टीम ने जमीनी स्तर पर जा कर लोगों से भी सर्वे किया हैं। तेज़ न्यूज़ और यूथफेम के सर्वे के मुताबिक खंडवा में महापौर की सीट पर तगड़ा घमासान हैं। जैसा की माना जा रहा था कि भाजपा और कांग्रेस का गणित ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) बिगाड़ सकती हैं।
सर्वे में भी सामने आया हैं कि एआईएमआईएम ने दोनों प्रमुख दलों को मुश्किल में डाल दिया हैं। वार्ड पार्षद से लेकर महापौर के चुनाव में पहली बार हिस्सा ले रही एआईएमआईएम ने आम आदमी पार्टी को भी पछाड़ दिया हैं । लेकिन महापौर के चुनाव में एआईएमआईएम (AIMIM) ने भाजपा – कांग्रेस को ,मिलने वाले एकतरफा मतों में सेंध लगा दी हैं।
कैसा हो सकता है महापौर का रिजल्ट – अगर सर्वे के आंकड़ो की बात करे तो भाजपा – कांग्रेस में सीधी टक्कर और घमासान है। इस बार परिणाम भाजपा कांग्रेस को उन वोटरों से मिलेगा जो विरोधी दल के फिक्स वोट में सेंघमारी की है जिसने ज्यादा सेंघमारी की उसकी के पक्ष में परिणाम आ सकता है। आंकड़ो के हिसाब से बात करे तो इस बार दोनों पार्टी के बीच 01% से 05% मतों का अंतर रह सकता है।
Disclaimer – यह सर्वे ऑनलाइन किया गया है सर्वे में शामिल लोगो के अपने विचार और मत है हम किसी की जीत / हार का दावा नहीं करते है यह परिणाम पर मात्र लोगो की राय है, हार जीत का निर्णय आधिकारिक मतगणना के बाद ही होगा, सर्वे तेज़ न्यूज़ और यूथफेम ने मिलकर ऑनलाइन सर्वे किया है. सर्वे में त्रुटी भी हो सकती है जिससे सुधर की संभावना है