खंडवा : सस्ते दाम पर मिलने वाले सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों पर अमूमन आपने लंबी-लंबी कतारें देखी होंगी। यहां गरीबी रेखा से जीवन यापन करने वाले लोग लाइन लगकर अनाज के लिए जद्दोजहद करते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के खंडवा में एक सार्वजनिक वितरण प्रणाली की राशन की दुकान चलाने वाले दुकानदार ने अनोखी पहल की है। यह दुकानदार अपने क्षेत्र में उन गरीब लोगों को घर तक राशन पहुंचाता है जो अपनी वृद्धावस्था या फिर किसी अन्य परेशानी की वजह से राशन लेने के लिए दुकान तक नहीं आ सकते। यह दुकानदार पीओएस मशीन और साथ में अनाज लेकर घर पहुंचता है। वहीं पर बायोमेट्रिक सिस्टम से राशन का वितरण करता है।
खंडवा के महाराणा प्रताप वार्ड की सरकारी राशन की दुकान। यहां पर गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को एक रुपए किलो अनाज मिलता है। साथ ही सस्ते दामों पर नमक ,केरोसीन और चीनी भी दी जाती है। इस वार्ड में बहुत सारे लोग मजदूर और गरीबी रेखा से नीचे आते हैं।
यह दुकानदार अनाज का कोटा आते ही ऐसे लोगों को चिन्हित करता है जो विकलांगता, वृद्धावस्था या अन्य किसी शारीरिक परेशानी की वजह से दुकान तक अनाज लेने नहीं पहुंचते हैं वार्ड की जैतून बी बताती है की यह दुकानदार मनोज बड़सर उन्हें घर पहुंच सेवा देता है। शांताबाई कहती है की दुकानदार की इस सेवा से ऐसे मजबूर और लाचार लोगों को बहुत राहत है। यह लोग न केवल इस का धन्यवाद करते हैं बल्कि दुआ भी देते हैं, ओर बहुत खुश भी है।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली दुकानदार मनोज बड़सर का कहना है की सरकार की ओर से यह दिशा निर्देश है कि जो लोग अनाज खरीदने के लिए किसी कारणवश दुकान तक नहीं आ सकते हैं तो ऐसे लोगों को घर तक अनाज पहुँच सेवा दी जानी चाहिए। हालांकि व्यवस्था पूरे प्रदेश में सभी दुकानों के लिए है लेकिन कोई भी दुकानदार इतनी परेशानी उठाना नहीं चाहता।
लेकिन सभी एक जैसे नहीं होते हैं इस दुकानदार ने माना कि किसी लाचारी या बेवजह बेबसी की वजह से यदि गरीब व्यक्ति अपना अनाज लेने नहीं आता है तो उसके घर जाकर ही उसे उसके हिस्से का अनाज दिया जाए। बहराल सार्वजनिक वितरण प्रणाली दुकानदार मनोज बड़सर की इस पहल की सभी जगह तारीफ़ हो रही है अन्य राशन दुकानदारों को भी इसे अमल में लाना चाहिये।