टेंट व्यवसायी आशीष पिता विरेंद्र डावर 31 साल निवासी रामनगर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है बताया जा रहा है की आशीष कर्ज से परेशान था। चर्चा है कि आशीष को सूदखोर और उसके साथी परेशान कर रहे थे।
खंडवा: मध्यप्रदेश के खंडवा में दो दिन के अंदर दो व्यापारियों ने लॉक डाउन में हुए व्यापारिक नुकसान के चलते आत्महत्या कर ली। कल यानि सोमवार को एक किराना व्यवसाई और आज टेंट व्यवसाई ने कर्ज और लॉकडाउन में काम नहीं चलने के चलते यह घातक कदम उठाया। टेंट व्यवसाई ने एक सुसाइड नोट भी लिखा हैं जिसमें उनसे लॉक डाउन में व्यापारिक नुकसान और कर्जदारों के परेशान करने का जिक्र किया। खंडवा पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच में ले लिया हैं।
सोमवार खंडवा के सिंधी कालोनी में रहने वाले एक किराना व्यापारी ने आत्महत्या की थी तो वहीं आज एक टेंट व्यवसाई ने लॉक डाउन में काम नहीं चलने और कर्जदारों से परेशान हो कर फांसी लगा ली। खंडवा के रामनगर में रहने वाले टेंट व्यवसायी आशीष पिता विरेंद्र डावर 31 साल निवासी रामनगर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है बताया जा रहा है की आशीष कर्ज से परेशान था। परिजनों ने कहा कि अगर लॉक डाउन नहीं होता तो कर्जदारों का कर्जा अब तक चूका दिया होता। लेकिन लॉक डाऊन के चलते एक पैसे का व्यापर नहीं हुआ। उन्होंने कर्जदारों पर आरोप लगाया कि उन्होंने सुबह भी आ कर परेशान किया था जिसके चलते मेरे बेटे ने यह कदम उठा लिया। आशीष की के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला हैं जिसमें कर्जदारों के नाम का जिक्र हैं।
आशीष की आत्महत्या मामले में पुलिस ने बताया की आशीष ने सुसाइड नोट में एक सूदखोर के नाम का जिक्र किया है। खंडवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि लॉक डाउन से पहले मृतक आशीष ने कर्जा लिया था लॉक डाउन लगने से उसका सीजन फ़ैल हो गया और कर्जदार उसे परेशान करने लगे जिसके चलते उसने सुसाइड कर लिया। आशीष के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला हैं जिसमें एक व्यक्ति के नाम का जिक्र है पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में ले लिया है ।
गौरतलब है की एक दिन पूर्व ही टेगौर कॉलोनी निवासी बालचंद झामवानी ने आत्महत्या कर ली थी । बालचंद झामवानी के परिजनों के अनुसार मृतक बालचंद लगातार लॉक डाउन चलते चोपट हुए कारोबार से परेशान था ।