खंडवा : खंडवा के शक्कर तालाब के खुदे गड्ढे में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई। तीनों बच्चे गड्ढे के पानी में नहाने गए थे। बच्चों के डूबने के खबर मिलते ही स्थानीय लोगों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया पर जब तक उन्हें बचाया जाता उनकी मौत हो गई।
बच्चों की मौत के बाद लोगों का आक्रोश फुट पड़ा। पुलिस और बचाव दल के देर से पहुंचने पर लोग गुस्सा गए।
शक्कर तालाब का पिछले वर्ष नगर निगम ने गहरीकरण किया गया था जिसे तालाब में गड्डा बन गया। बारिश के चलते इसी गड्डे में पानी भरने के कारण बच्चों की मौत हुई हैं।
खंडवा के शक्कर तालाब में तीन बच्चों के डूबने की खबर से खंडवा में सनसनी फैल गई। शक्कर तालाब में पिछले वर्ष गहरीकरण किया गया था।
जिस कारण तालाब में गहरे गड्डे हो गए हैं। इन्ही गड्डो में बारिश का पानी जमा होने से आसपास के रहने वाले बच्चे इसमें नहाने आ जाते हैं। हादसे के वक्त तालाब के गड्डे में बच्चे नहा रहे थे।
नहाते समय बच्चों का पैर फिसल गया जिस वे गहरे पानी में चले गए। बच्चों को डूबता देख स्थानीय लोग उन्हें बचाने पहुंचे।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया की बच्चों के डूबने की सुचना देने के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई मदद करने नहीं आया। उनका कहना था की मृतको के परिवार को आर्थिक सहायता दी जाये।
तालाब गहरी कारण में भष्ट्राचार का आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने कहा की तालाब की मट्टी मोटे दामों में बेचने के लिए इसे खोदा गया हैं। गड्डे खोदने के बाद वहां सुरक्षा के कोई इंतेज़ाम नहीं किए गए।
एक महिला ने आरोप लगाया कि जहां गहरीकरण के नाम पर गड्डे किये गए है पहले वहां उनके घर थे पर उन्हें वहां से हटा कर गड्डे खोदे गए आज उन गड्डो में डूब कर बच्चों की मौत हो गई हैं।
बच्चों के डूबने की खबर के 2 घंटे के बाद पुलिस और बचाव दल पंहुचा। दो बच्चों को पहले ही स्थानीय लोगों ने पानी से निकल लिया था जिनकी सांसे चल रही थी पर मौके पर एम्बुलेंस नहीं होने से उन्हें रिक्शा में डाल कर अस्पताल ले जाया गया।
जहां इसे मृत घोषित कर दिया गया। इधर जिला प्रशासन का कहना हैं कि पिछली बार तालाब में पानी भरने के कारण उसका गहरीकरण किया था। इन बच्चों की मौत हुई हैं उनके परिजनों को आरबीसी के तहत सहायता राशि दी जायगी।