हरदा – हरदा जिले में मानव तस्करी के मामले आए दिन उजागर हो रहे हे इसके बाद भी संबंधितो के खिलाफ प्रसासन और सरकार कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर रही है ऐसा ही एक मामला देखने को मिला जहा 3 नाबालिग लड़को को उनके ही परिवार के लोगो ने 36 हजार रूपये में बेच दिया।
खरगोन जिले के 3 लड़को को उनके ही परिवार के लोगो ने गड़रिया गिरोह को 36 हजार में बेच दिया उक्त बच्चों से गड़रिया द्वारा बंधुआ मजदुर बनाकर कार्य कराया जा रहा था और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर मार् पीट की जा रही थी साथ ही उन्हें भर पेट खाना भी नहीं दिया जा रहा था जिससे परेशान होकर 2 बच्चे गड़रिया गिरोह से भाग निकले। इन बच्चों ने 3 घंटे में 40 किलो मीटर का पैदल सफ़र तय कर हरदा रेल्वे स्टेशन पहुचे जहा स्थानीय साबिर खान को शक हुआ तो उसने दोनों बच्चों को थाने पहुचाया पुलिस ने इन बच्चों को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया।
चाइल्ड लाइन द्वारा बच्चों से पूछ ताछ कर उनके परिजनों को सुचना दी और दोनों बच्चों को बाल न्यायलय पेश किया चाइल्ड लाइन के डाइरेक्टर विष्णु जैसवाल ने इसे मानव तस्करी का मामला बताया इक वर्ष में यह तीसरा मामला है जिसमे 6 बच्चों की तस्करी की गई थी।
खरगोन जिले के तिन बच्चों में से 2 बच्चे अपनी जान बचाकर गदररिया गिरोह से भाग निकले जिसमे एक 10 साल का हे और दूसरा 13 वर्ष का हे इनके परिवार वालो ने 16 हजार में इन्हें हमला को बेच दिया था हमला ने दोनों बच्चों को कुछ दिन बाद भूरा भेड़ वाले को बेच दिया जो वर्तमान में होसंगबाद जिले के सिवनी मालवा में डेरा लेकर घूम रहा हे वाही पीड़ित बच्चे ने बताया की उनका एक भाई अभी भी भूरा के कब्जे में हे जिसके परिवार वालो ने उसे 20 हजार में बेचा था।
यह तस्करी का हरदा में तीसरा मामला हे अगर इसकी ठीक से जाँच हो तो बड़े खुलासे से इंकार नहीं किया जा सकता ।
रिपोर्ट :- अर्जुन देवड़ा