राजस्थान के चूरू जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। वहां अनुसूचित जाति के एक युवक का करीब आधा दर्जन बदमाशों ने अपहरण कर न केवल बेरहमी से उससे मारपीट की, बल्कि उसकी जुबान भी खींचकर मरोड़ दी ताकि वह रेप केस में गवाही नहीं दे सके।
इसके बाद आरोपी युवक को मारपीट कर एक जोहड़ में फेंक गए। युवक वहां रातभर कीचड़ में बेहोश पड़ा रहा।
सुबह ग्रामीणों ने उसे देखा तो वे उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। युवक का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जानकारी के अनुसार, वारदात चूरू जिले के साहवा थाना इलाके के बाय गांव में सोमवार देर रात हुई। पीड़ित के परिजनों के मुताबिक करीब आधा दर्जन बदमाश शीशपाल (22) का अपहरण कर उसे गांव के जोहड़ में ले गए।
वहां उसके हाथ-पांव बांधकर लाठियों और धारदार हथियार से बेरहमी से उसकी पिटाई की। बाद में उसकी जुबान (जीभ) खींचकर उसे मरोड़ दिया। इससे वह बेहोश हो गया। इस पर आरोपी युवक को जोहड़ की गहराई में फेंककर फरार हो गए।
युवक रात भर बेहोशी की हालत में जोहड़ में पड़ा रहा। सुबह शौच के लिए निकले ग्रामीणों ने उसे देखा तो उसके परिजनों को सूचना दी।
इस पर वे उसे लेकर साहवा के अस्पताल पहुंचे। वहां उसे प्राथमिक उपचार के बाद तारानगर रेफर कर दिया गया।
तारानगर में भी युवक की गंभीर हालत को देखते हुए से उसे चूरू जिला मुख्यालय रेफर कर दिया गया। वहां युवक का इलाज चल रहा है।
जुबान मरोड़ी हुई होने के कारण पीड़ित युवक बोलने की स्थिति में नहीं है, लेकिन उसने कागज पर लिखकर अपनी आपबीती बयां की है।
अस्पताल की चौकी पुलिस ने मामले की जानकारी साहवा पुलिस को दे दी है। युवक ने पांच लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया है। फिलहाल अभी तक इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं हो पाया है।
पीड़ित युवक के परिजनों की मानें तो वर्ष 2017 में श्योपुरा गांव की एक विवाहिता के साथ हुए रेप के मामले में शीशपाल और उसका चाचा श्यामलाल गवाह हैं।
मारपीट करने वाले आरोपियों में इस रेप कांड का आरोपी भी शामिल हैं। फरवरी 2018 में रेप कांड के आरोपी ने श्यामलाल को भी बाइक से टक्कर मारकर मारपीट की थी।
शीशपाल चाचा श्यामलाल से हुई मारपीट के मामले में भी गवाह है। परिजनों का आरोप है कि शीशपाल कोर्ट में गवाही ना दे सके इसलिए उसके साथ यह दरिंदगी की गई।