खंडवा – फिल्मों में अक्सर पिता को बच्चों के लालन-पालन के लिए चोरी करते देखा होगा। मगर खंडवा में एक व्यक्ति ने अपनी बच्ची के दूध के लिए एक युवक की हत्या कर दी। जी हां यह कोई फिल्म की कहानी नहीं बल्कि हकीकत है मामला इतना पैचिदा था कि पुलिस को भी खासी मशक्कत करनी पढ़ी तब कहीं जाकर इस के राज से पर्दा उठ सका।
देवास जिले के सतवास थाना के अंतर्गत पडऩे वाले खैरिया गांव का रहने वाला सुदामा चाहता था कि उसकी बच्ची को भरपूर दूध मिल सकें। इसलिए उसने बकरी को चोरी करने का इरादा किया। पुलिस ने बताया कि सुदामा ने अपने जीजा बलीराम जो कुन्दई थाना हरसूद का रहने वाला है उससे संपर्क किया। बलीराम ने उसे सलाह दी कि बकरी बिना बच्चे के दूध नहीं देती। इसलिए बकरे को चोरी कर लेते है। आरोपी सुदामा खैरिया से कुन्दई माल अपने जीजा के पास आ गया और दोनों ने मिलकर बकरा चोरी करने की व्यूह रचना रची। दोनों मिलकर पास के ही जंगल में चर रही बकरियों को चुराने पहुंचे। जहां उन्होंने एक बकरे की चोरी की। बकरा चोरी करते हुए मृतक बंटी ने उन्हें बंटी ने उन्हें रोकने की कोशिश की।
बंटी ने उन्हें बकरी चुराने से मना किया इतने में बलीराम ने बात करते हुए उसके सिर पर पत्थर से वार किया। जिससे वह जमीन पर ही धराशाई हो गया। पुलिस तफ्तीश के अनुसार बंटी ने गिरते हुए दोनों से बकरी न चुराने का आग्रह किया। पर उन्होंने एक न सुनी और बंटी के सिर, माथे व शरीर के अन्य हिस्सों पर पत्थरों से बार कर उसे वहीं मौत के घाट उतार दिया और जंगल के रास्ते भाग निकले। घटना 5 जुलाई 2015 की है ।
पुलिस अधीक्षक महेन्द्रसिंह सिकरवार ने बताया कि इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझ नहीं पा रही थी। तफ्तीश में पता चला कि आरोपी मृतक का मोबाइल अपने साथ ले गए है। मृतक के मोबाइल का ईएमआई नम्बर जब ट्रैक पर डाला गया तो मोबाइल का देवास जिले में होना पाया गया। आसपास के लोगों से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि कोई दो व्यक्ति काले रंग का बकरा मोटरसाइकिल से लेकर देवास जिले के खैरिया गांव की ओर गए है। इस बीच आरोपियों ने मृतक की नानी के घर रूक कर पानी भी पिया। हालांकि पुलिस का कहना है कि वह यह बात नहीं जानते थे कि वो जहां पानी पी रहे है वह मृतक की नानी का घर है। सभी साक्ष्यों को खंगाल कर और मुखबीर के सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने सुदामा से जब कड़ी पूछताछ की तो पहले आरोपी सुदामा इंकार करता रहा बाद में उसने चोरी व हत्या की बात कबूल कर ली।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन के कब्जे से बकरा बरामद कर जीजा साले को जेल भेज दिया है। इस घटनाक्रम को उजागर करने के लिए साइबर सेल ने अहम भूमिका निभाई वहीं थाना प्रभारी विश्वदीप परिहार, एसआई कपिल लाक्षाकार, आरक्षक राजू गौतम, जितेन्द्र राठौर, ब्रह्मïानंद बावनिया, प्रधान आरक्षक कमलेश नागराज, आरक्षक रामनरेश यादव, आकाश बामने, सुनील लागड़े, श्याम गुप्ता, अनूप गौतम, सुमित सिंह व आईटी सेल के जवानों को पुलिस अधीक्षक ने पूरी टीम को दस हजार की राशि से पुरूस्कृत भी किया।
रिपोर्ट :- निशात सिद्दीकी