रियाद – सऊदी अरब के सुल्तान शाह अब्दुल्ला का निधन हो गया। सऊदी अरब के शाही अधिकारियों ने बताया कि सुल्तान अब्दुल्ला पिछले कई सप्ताह से निमोनिया की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती थे। वह 92 वर्ष के थे । सुल्तान अब्दुल्ला साल 2005 में अपने सौतेले भाई शाह फहद की मौत के बाद सत्ता में आए थे। सुल्तान अब्दुल्ला को देश में सुधार कार्यक्रमों को बढ़ावा देने और चुनावों में महिलाओं को वोट का अधिकार दिलाने के लिए जाना जाता है। सुल्तान अब्दुल्ला के निधन के बाद उनके सौतेले भाई सलमान देश का बागडोर संभालेंगे।
सऊदी अरब के सीमावर्ती देशों सीरिया और इराक में आईएस की गतिविधियां तेज हैं और सऊदी अरब भी सीमावर्ती इलाकों में इनसे जूझ रहा है। ऎसी स्थिति में तेजी से बदलते हालात में कभी भी उठ खडे होने वाले उत्तराधिकार संबंधी किसी संकट के मद्देनजर नये सुल्तान ने अपने सौतेले भाई मुकरिन को शहजादा घोषित कर दिया है। इस बीच अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सुल्तान अब्दुल्ला के निधन पर शोक व्यकत किया है और अमरीका के साथ सऊदी अरब के प्रगाढ संबंधों पर काम करने के लिए उनकी सराहना की है।
ओबामा ने अपने संदेश में कहा कि एक नेता के रूप में सुल्तानअब्दुल्ला एकदम स्पष्टवादी थे और उनका खुद पर और अपने फैसलों पर ढृढ विश्वास था। उनका यह दृढ विश्वास अमरीका के साथ सऊदी अरब के मजबूत संबंधाें में साफ नजर आता है। इस पूरे क्षेत्र और इससे इतर भी सुरक्षा और स्थायित्व के लिए वह अमरीका के साथ म जबूत संबंधाें के प्रबल पैरोकार रहे। सऊदी अरब एक ओर तो सीमा पर आईएस के खतरों को झेल रहा है वहीं दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमताें के जून से लगातार लुढकने से तेल के इस प्रमुख निर्यातक देश को आर्थिक स्तर पर भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
:- एजेंसी