लखनऊ: भाजपा ने यूपी की राजनीति में इस बार अपेक्षाकृत रूप से पूरी तरह संतुष्ट नहीं दिख रहे ब्राह्मण वर्ग से नया अध्यक्ष बनाकर इस मामले पर सन्तुलन बनाने की दिशा में एक कदम बढ़ाया है। इसे ब्राम्हण वर्ग को खुश करने का एक बड़ा प्रयास भी कहा जा सकता है। केशव प्रसाद मौर्य के यूपी के उपमुख्यमंत्री बनाने के बाद लगातार इस पद पर नयी नियुक्ति की चर्चा चल रही थी।
भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय कमान की और से केंद्र सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्रालय में राज्यमंत्री के रूप में कार्यरत चंदौली के सांसद डॉ महेंद्र नाथ को यूपी भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।
यूपी भाजपा के नए अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय की छवि एक संघर्षशील नेता की है। डा. महेंद्रनाथ पांडेय भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चंदौली से 2014 में लोकसभा सदस्य चुने गये। मौजूदा समय में वे केंद्र सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्रालय में राज्यमंत्री के रूप में कार्यरत हैं। डॉ. पाण्डेय मौजूदा समय में वे मेंबर आफ रूरल डेवलपमेंट कमेटी तथा मेंबर आफ बिजनेस एडवाइजरी कमेटी के सदस्य भी हैं। पांडेय छात्र जीवन से ही आरएसएस से जुड़े रहने के साथ समाज सेवा में सक्रिय रहे। आपातकाल में डॉ. पाण्डेय पांच माह डीआरडीए के तहत जेल भेजे गए। प्रथम रामजन्म भूमि आंदोलन में मुलायम सरकार में इन्हें रासुका के तहत निरुद्ध कर दिया था।
पत्रकारिता में मास्टर डिग्री, पीएचडी_ गाजीपुर (सैदपुर) के पखनपुर गांव के मूल निवासी डॉ. पाण्डेय (15 अक्टूबर 1957 को जन्म) वाराणसी के विनायका के सरस्वती नगर में निवास करते हैं। एमए, पीएचडी के साथ ही मास्टर आफ जर्नलिज्म की भी डिग्री उन्होंने हासिल की। उनकी पूरी शिक्षा-दीक्षा वाराणसी में हुई है।
बीएचयू छात्रसंघ महामंत्री भी रहे_ सीएम एंग्लो बंगाली इंटर कालेज में वह 1973 में अध्यक्ष चुने गए। इसी कड़ी में वह1978 में बीएचयू के महामंत्री बने।
1991 और 1997 में बने विधायक रहे मंत्री_ पहली बार वर्ष 1991 में वह भाजपा के टिकट पर विधायक बने। इसके उपरान्त 1997से 2002 तक पुनः विधायक रहे। इस दौरान वह भाजपा सरकार में नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री, नियोजन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे, बाद में वे पंचायती राज मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी रहे। भाजपा के संगठन में भी उन्हें क्षेत्रीय अध्यक्ष समेत प्रदेश के महामंत्री के रूप में कार्य करने का मौक़ा मिला।
@ शाश्वत तिवारी