राजसमंद में नृशंस हत्या को आरोपी शंभूलाल रैगर ने लव जिहाद का नाम दिया और कट्टरपंथी समूहों में हीरो बनने की कोशिश की लेकिन इसकी वजह थी एक लड़की के साथ उसके अवैध संबंध, जिसे वह छिपाना चाहता था। रैगर जानता था कि अगर खुलासा हुआ तो उसके परिवार में उसकी बदनामी हो जाएगी। इसी डर से उसने एक खौफनाक साजिश रची और उस साजिश के तहत बेरहमी से हत्या कर दी।
बता दें कि आरोपी लगातार नफरत पैदा करने वाले विडियो देख रहा था, जिसकी वजह से उसने एक कमजोर और आसान लक्ष्य के रूप में घर बनाने वाले एक ठेकेदार अफराजुल को चुना। रैगर की पुलिस रिमांड शुक्रवार को खत्म हो गई और उसे जेल भेज दिया गया।
पूरे मामले की जांच कर रही राजसमंद पुलिस ने कहा कि उन्होंने कुछ हिस्सों की विडियोग्राफी भी की है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कहीं उसने किसी और घृणित अपराध के लिए कोई कहानी तो नहीं तैयार की है।
‘बदनामी का था डर तो छिपा ली बात’
राजसमंद पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘हमने लड़की की मां के बयानों का भी विडियो बनाया है, जिन्होंने साफ तौर पर कहा कि आरोपी शंभूलाल ने पश्चिम बंगाल में एक शख्स से उनकी बेटी को वापस लाने को कहा था, जिसके साथ वह भाग गई थी। लड़की वापस तो आ गई लेकिन उसे आरोपी ने 10 महीने तक राजसमंद में ही एक किराए का घर लेकर रखा। महिला ने यह भी कहा कि समाज और बदनामी के डर की वजह से उन्होंने इस बारे में पुलिस को कुछ भी नहीं बताया।’
आरोपी को था बदनामी का डर
पुलिस के मुताबिक पीड़ित लड़की का परिवार आरोपी पर एफआईआर दर्ज कराने की योजना भी बना रहा था लेकिन नृशंस हत्या के आरोपी ने यह सोचा कि यदि उसके खिलाफ कोई शिकायत होगी तो पत्नी और माता-पिता समेत पूरे परिवार के सामने उसकी बदनामी हो जाएगी।
ध्यान भटकाने के लिए रच डाली साजिश
उदयपुर रेंज के आईजी आनंद श्रीवास्तव ने कहा, ‘ आरोपी के कस्बे की ही एक लड़की के साथ तकरीबन 10 महीनें से अवैध रिश्ते थे। लड़की से पूछताछ में भी यह बात सामने आई है कि आरोपी शंभूलाल ने उन्हें परेशान किया था। बहरहाल, इस पूरे मामले में आरोपी ने एक ऐसी साजिश रची, जिसकी वजह से हर किसी का ध्यान भी भटक जाए और लोगों की उसके प्रति धारणा भी बदल जाए।’
पुलिस ने शंभू की मां, पड़ोसियों समेत लड़की की मां और कई अन्य लोगों के भी बयान दर्ज किए हैं, जिसमें यह बात प्रमाणित होती है कि आरोपी का एक लड़की से अवैध संबंध था।
‘कट्टरपंथी समूहों के लिए हीरो बनना चाहता था रैगर’
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, वह आतंक फैलाना चाहता था कुछ ऐसा करके जिससे वह कुछ कट्टरपंथी समूहों के लिए एक हीरो बन जाए। वह जानता था कि अफराजुल घरों का ठेकेदार है और घटना के दिन उसने अफराजुल से एक साइट दिखाने के लिए कहा, जहां पर कथित तौर पर निर्माण कार्य शुरू करना था।’