कोरियाई क्षेत्र में तनाव बरकरार, ड्रोन भेजने पर तनाव के बीच उत्तर कोरिया ने दागीं 3 मिसाइलें
पांच दिन पहले दक्षिण कोरिया ने प्योंगयांग पर उसके हवाई क्षेत्र में पांच ड्रोन भेजने का आरोप लगाया था. उत्तर कोरिया ने इससे पहले 2017 में दक्षिण कोरिया में ड्रोन भेजे थे.
उत्तर कोरिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और लगातार उकसाने वाली कार्रवाई कर रहा है. दक्षिण कोरिया की सेना ने बताया कि उत्तर कोरिया ने आज शनिवार को कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्व में समुद्र की ओर एक नहीं बल्कि तीन बैलिस्टिक मिसाइल दागी है. यह उत्तर कोरिया की ओर से इस साल किए गए कई मिसाइल परीक्षणों में से एक है. एक दिन पहले ही उत्तर कोरिया की ओर से ड्रोन भेजा गया था.
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरियाई हवाई क्षेत्र में कथित रूप से ड्रोन भेजने कारण बढ़े तनाव के बीच शनिवार को अपने पूर्वी जलक्षेत्र की ओर कम दूरी की तीन बैलिस्टिक मिसाइल दागीं. दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान में कहा कि उनके देश की सेना ने शनिवार सुबह उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के दक्षिणी इलाके से तीन मिसाइल प्रक्षेपण का पता लगाया है.
5 दिन पहले 5 ड्रोन भेजने का भी लगा था आरोप
उन्होंने बताया कि मिसाइल प्रक्षेपण के बाद दक्षिण कोरिया ने सतर्कता बढ़ा दी है और वह अमेरिका से निकट समन्वय के साथ हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
उधर, जापान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उत्तर कोरिया ने संदिग्ध रूप से बैलिस्टिक मिसाइल दागीं. यह पिछले आठ दिन में उत्तर कोरिया की ओर से किया गया पहला मिसाइल प्रक्षेपण है.
मालूम हो कि पांच दिन पहले दक्षिण कोरिया ने प्योंगयांग पर उसके हवाई क्षेत्र में पांच ड्रोन भेजने का आरोप लगाया था. उत्तर कोरिया ने इससे पहले 2017 में दक्षिण कोरिया में ड्रोन भेजे थे.
ड्रोन मार गिराने में नाकाम रहा दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया के युद्धक विमान और हेलीकॉप्टर सीमा पर देखे गए उत्तर कोरिया के किसी भी ड्रोन को गिराने में नाकाम रहे और ये ड्रोन वापस उत्तर कोरिया लौट गए. इनमें से एक उत्तरी सियोल तक गया. दक्षिण कोरिया की सेना ने उत्तर कोरियाई ड्रोन को मार गिराने में नाकाम होने पर माफी मांगी है.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने उत्तर कोरिया पर बेहतर तरीके से नजर रखने के लिए मजबूत वायु रक्षा प्रणाली और उच्च-तकनीक वाले ड्रोन हासिल करने का मंगलवार को आह्वान किया.
इससे पहले दक्षिण कोरिया की सेना ने एक दिन पहले शुक्रवार को पुष्टि की कि उसने शुक्रवार को एक ठोस ईंधन वाले रॉकेट का परीक्षण-प्रक्षेपण किया. रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि रॉकेट का परीक्षण अंतरिक्ष-आधारित निगरानी क्षमता तैयार करने और अपनी सुरक्षा को मजबूत करने के प्रयासों के तहत किया गया है.उसने बताया कि इस रॉकेट परीक्षण के बारे में आम जनता को पहले से सूचित नहीं किया गया था क्योंकि इसमें संवेदनशील सैन्य सुरक्षा मुद्दे शामिल थे.
दक्षिण कोरियाई सोशल मीडिया और इंटरनेट साइट पर नागरिकों के संदेशों की भरमार थी. नागरिकों ने सोशल मीडिया पर कहा कि उन्होंने एक उड़ती हुई वस्तु, इंद्रधनुषी रंग जैसी या रहस्यमयी रोशनी देखी. कुछ ने फोटो और वीडियो भी पोस्ट किए.
एक व्यक्ति ने ट्विटर पर कहा, “यह क्या है? क्या यह एक यूएफओ है? मुझे डर लग रहा है.” उड़ती हुई किसी अज्ञात वस्तु के लिए यूएफओ शब्द का प्रयोग किया जाता है. स्थानीय मीडिया के अनुसार, दक्षिण कोरियाई आपातकालीन कार्यालयों और पुलिस को देशभर में उड़ने वाली एक संदिग्ध वस्तु और रहस्यमय रोशनी के बारे में नागरिकों से सूचनाएं मिली.दक्षिण कोरिया की सेना ने सोमवार को देश के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाले कई उत्तर कोरियाई ड्रोन पर हमले के लिए लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया था.
पिछले हफ्ते 23 दिसंबर को दागी गई बैलिस्टिक मिसाइल
इससे पहले पिछले हफ्ते 23 दिसंबर को उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थी. दक्षिण कोरिया ने बताया कि उत्तर कोरिया ने उसके पूर्वी समुद्री तट की ओर छोटी दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी. दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान में बताया कि दक्षिण कोरियाई सेना को शुक्रवार (23 दिसंबर) को तड़के चार बज कर करीब 32 मिनट पर उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग से मिसाइल प्रक्षेपण किए जाने के बारे में पता लगा.
योनहाप समाचार एजेंसी ने कहा कि शनिवार की गिनती न करते हुए, उत्तर कोरिया ने इस वर्ष लगभग 38 बार लगभग 70 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें लगभग आठ अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें (आईसीबीएम) शामिल हैं.