नई दिल्ली: कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान द्वारा फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद अब इसका देशभर में विरोध शुरू हो गया है। इस बीच यह मुद्दा संसद में भी गूंजा है और राज्यसभा में बयान देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सजा हुई तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। विदेश मंत्री ने कहा कि कुलभूषण एक मां का नहीं बल्कि पूरे देश का बेटा है और उसे बचाने के लिए हर कोशिश की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कुलभूषण को साजिश के तहत फसाया जा रहा है और सरकार उसके साथ खड़ी है। हम लगातार पाकिस्तान के संपर्क में हैं और इस्लामाबाद में मौजूद हमारे उच्चयुक्त वहां के अधिकारियों से बात कर रहे हैं। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद की जाधव को वकील मुहैया कराने की मांग पर सुषमा स्वराज ने कहा कि हम उन्हें सुप्रीम कोर्ट में लड़ने के लिए बड़े से बड़ा वकील मुहैया करवा रहे हैं साथ ही वहां के राष्ट्रपति तक हम जाएंगे और उसे बचाने की कोशिश करेंगे।
इससे पहले गृहमंत्री ने कहा कि यह साफ है कि कुलभूषण के पास भारतीय पासपोर्ट था और इसके बाद यह सवाल ही नहीं उठता कि वो जासूस था। उनका इरान से अपहरण किया गया था। हमें काउंसर एक्सेस नहीं दिया गया लेकिन उसे बचाने के लिए जो भी हो सकेगा वो हर कोशिश की जाएगी।
इससे पहले फांसी की खबर आते ही कांग्रेस ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया है। सदन में स्थगन प्रस्ताव देते हुए कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर उसे फांसी होती है तो इसे हम सोचा समझा मर्डर कहेंगे। अगर उसे बचा नहीं पाए तो यह सरकार की कमजोरी होगी।
भाजपा नेता अनंत कुमार ने कहा कि पूर सदन कुलभूषण जाधव के साथ है
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने कहा कि पाक सेना की अदालत बनाना कोर्ट है जहां बिना सबूत के फैसले होते हैं। सरकार अपने प्रभाव का उपयोग करते हुए उसे सुरक्षित भारत लाए।
जाधव की फांसी को लेकर भारत ने अपना विरोध दर्ज करवाया है वहीं भारत में पाकिस्तान के उच्चयुक्त अब्दुल बासित ने इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहा है। बासित पत्रकारों से सवालों को टालते हुए निकल गए।
नागपुर में लोगों ने पाकिस्तान का पुतला जलाकर उसे आग के हवाले कर दिया वहीं सोशल मीडिया में भी इसका विरोध हो रहा है। इस बीच कुलभूषण का परिवार अपना घर छोड़कर अज्ञात स्थान पर चला गया है।