उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि राहुल गांधी और कांग्रेस तथ्यों पर आधारित मेरे जवाब से सहमत होंगे और उम्मीद है कि वो फिर गुमराह करने की कोशिश नहीं करेंगे।’
लद्दाख में चीनी सेना के घुसपैठ को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से सवाल करने पर राहुल गांधी को लद्दाख से ही भारतीय जनता पार्टी के सांसद जामयांग त्सेरिंग नामग्यल ने जवाब दिया है।
राहुल गांधी ने मंगलवार को राजनाथ सिंह को निशाने पर लेते हुए एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने सवाल पूछा था कि क्या चीनी सेना लद्दाख के भारतीय सीमा अधिकार क्षेत्र के अंदर घुस आई है?
राजनाथ सिंह ने एक ट्वीट में कांग्रेस पर व्यंग्य कसते हुए ‘हाथ’ का जिक्र किया था, जिसके बाद राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा था, ‘अगर ‘हाथ’ की बात हो गई हो तो क्या सरकार ये बताएगी कि क्या चीन ने लद्दाख में भारतीय सीमा के अंदर तक कब्जा कर लिया है?’
इस पर जामयांग त्सेरिंग नामग्याल ने बुधवार को ट्वीट करके राहुल गांधी और कांग्रेस पर पलटवार किया।
उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि राहुल गांधी और कांग्रेस तथ्यों पर आधारित मेरे जवाब से सहमत होंगे और उम्मीद है कि वो फिर गुमराह करने की कोशिश नहीं करेंगे।’
लद्दाख में भारतीय क्षेत्र पर चीन द्वारा कब्ज़ा किए जाने को लेकर पूछे गए राहुल गांधी के सवाल पर अपने जवाब में नामग्याल ने कहा, “हां, चीन ने नीचे दी गई जानकारी के मुताबिक भारतीय क्षेत्र पर कब्ज़ा किया है।”
इसके बाद उन्होंने उन इलाकों की जानकारी दी, जिन पर उनके दावे के मुताबिक कांग्रेस के शासनकाल में कब्ज़ा किया गया।
कांग्रेस के शासनकाल में 1962 में अक्साई चिन (37,244 वर्ग किलोमीटर)
UPA के शासनकाल में 2008 तक चुमूर इलाके में टिया पांगनाक और चाबजी घाटी (250 मीटर लम्बाई)
UPA के शासनकाल में 2008 में डेमजोक में ज़ोरावर किले को नष्ट किया गया, और 2012 में PLA का ऑब्ज़र्विंग प्वाइंट स्थापित किया गया। इसके अलावा सीमेंट से 13 घर बनाकर चीनी / न्यू डेमजोक / कॉलोनी बनाई गई।
UPA के शासनकाल में 2008-09 में डेमजोक और डूंगती के बीच भारत ने डूम चेली (प्राचीन व्यापारिक प्वाइंट) गंवा दिया।
नामग्याल ने इसके साथ ही देमजोक इलाके का एक ओवरव्यू नक्शा भी शेयर किया है, जिसमें ‘2012 तक की कांग्रेस की सरकार के दौरान भारतीय क्षेत्रों पर चीनी सेना के कब्जे को दिखाया गया है।’
राहुल गांधी ने इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘चीनी सेना लद्दाख में घुसकर हमारे अधिकार क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। लेकिन हमारे प्रधानमंत्री ने चुप्पी साध रखी और गायब हो गए हैं।’
राहुल गांधी ने अमित शाह के उस बयान पर भी सवाल उठाए, जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत की रक्षा नीतियों को पूरे विश्व स्तर पर सराहा गया है। शाह ने कहा था कि ‘पूरी दुनिया मानती है कि अमेरिका और इसरायल के बाद अगर कोई देश है, जो अपनी सीमाओं की दृढ़ता से सुरक्षा कर सकता है, तो वो भारत है।’
राहुल गांधी सहित कई कांग्रेसी नेता पिछले कुछ हफ्तों में लगातार पूर्वी लद्दाख में चीनी और भारतीय सेना के बीच चल रहे विवाद को लेकर सरकार पर हमले बोल रहे हैं।
इसके इतर बता दें कि बुधवार को सरकार के उच्च-स्तरीय सूत्रों से खबर आई है कि पूर्वी लद्दाख के कुछ क्षेत्रों से दोनों देशों के सैनिक पीछे हट रहे हैं।
न्यूज एजेंसी ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि इस सप्ताह दोनों सेनाओं के बीच वार्ता पैट्रोलिंग पॉइंट 14 (गैलवान क्षेत्र), पैट्रोलिंग पॉइंट 15 और हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र सहित कई स्थानों पर आयोजित की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, चूंकि अगले कुछ दिनों में बातचीत होनी है, ऐसे में चीनी सेना ने कुछ क्षेत्रों से अपने सैनिकों को हटा लिया है। इसका अनुसरण करते हुए भारत ने भी अपने कुछ सैनिकों और वाहनों को इन क्षेत्रों से हटाया है।