बालाकोट एयरस्ट्राइक और फिर कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा भारत को आतंकवादी हमलों से दहलाने की साजिश रच रहा है।
खुफिया इनपुट के मुताबिक लश्कर के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी, भगवान राम की नगरी अयोध्या और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शहर गोरखपुर भी है।
बता दें कि लश्कर ने इन जगहों पर आतंकी हमले की कमान जिसे सौंपी है उसने हाल ही में वाराणसी की रेकी की है।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक नेपाल के जनकपुर जिले के धनसरा में रह रहे बिहार के मधुबनी जिले के बलकटवा निवासी आतंकी मोहम्मद उमर मदनी ने इसी साल मार्च और मई महीने में एक अन्य नेपाली युवक के साथ काशी और अन्य जगहों पर रूककर बैठक की थी।
कहा जा रहा है कि मदनी उत्तर प्रदेश में लश्कर के स्लीपर सेल्स को एक्टिव करने में जुटा है ताकि किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दिया जा सके।
खुफिया इनपुट के मुताबिक मदनी ने स्लीपर सेल्स और फरार आतंकियों को बड़े धमाके करने के निर्देश दिए हैं।
इस इनपुट रिपोर्ट के बाद इंटेलिजेंस एजेंसी की चौकसी बढ़ा दी गई है। वाराणसी में संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है।
साथ ही इनपुट के आधार पर स्थानीय पुलिस और अभिसूचना इकाई को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की ताकीद की गई है।
इनपुट के मुताबिक जम्मू-कश्मीर और देश की समुद्री सीमा के साथ ही नेपाल के रास्ते भी आतंकी देश में घुसपैठ कर सकते हैं।
आतंकवादियों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी, गोरखपुर और अयोध्या जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर स्लीपिंग मॉड्यूल तैयार कर उनके सहारे आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश है।
खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों के अनुसार 14 मार्च और 22 मई को उमर मदनी की काशी में मौजूदगी का इनपुट मिला था।
इस संबंध में पूछे जाने पर एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि पुलिस हमेशा सतर्कता के साथ ड्यूटी करती है। खुफिया एजेंसियों के महत्वपूर्ण इनपुट के आधार पर हम अतिरिक्त सतर्कता बरतते हैं।
@एजेंसी