जब एक वैवाहिक संबंध टूटता है तो कारण कोई भी रहा हो, पत्नी के साथ तो प्रायः सारा समाज होता है, लेकिन पति के दिल पर क्या बीतती है इस पर कोई नहीं सोचता। बल्कि लोग उस पर दोषारोपण करने लग जाते हैं। ऐसे में उसे तरह-तरह के कमेंटस सुनने को मिलते हैं। अगर गलती उसकी नहीं हो तो वह बहुत आतंकित हो जाता है और रिश्ता टूटने के बाद वह इस कदर टूट जाता है कि समाज से तो कटकर ही रहने लगता है। कभी-कभी वह अपना करियर भी तबाह कर लेता है। दोबारा शादी करने से तो डरने लगता ही है वह। ऐसा पुरुष दरअसल बेहद संवेदनशील हो जाता है। ऐसा होने के बाद वह दिन-रात खुद को धिक्कारने लगता है।
क्या करें, क्या न करें
जो ऐसे हादसे से गुजरा है, उसे मन की भड़ास निकालने के लिए ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जो आगे चलकर उसके लिए और दिक्कतें पैदा कर दे। अकसर ऐसे पुरुष रिश्ता टूटने के बाद लोगों की सहानुभूति बटोरने के लिए पत्नी की तमाम बुराइयां दूसरों से कर बैठते हैं। लेकिन इसके लिए कार्यालय में सहयोगियों और दोस्तों-यारों को हिस्सेदार बनाना ठीक नहीं होता। जब आप खुद इस विषय पर चर्चा नहीं करेंगे तो लोग क्यों आपसे इस विषय पर बात करेंगे। यदि आप अपनी सफाई में लड़की पर दोषारोपण करेंगे तो मुंह पर तो वे आपकी हां में हां मिलाएंगे, लेकिन पीठ पीछे आपकी बातें रस ले-लेकर करेंगे। क्या पता आपका टूटा रिश्ता फिर से जुड़ जाए! तब आपकी कही बातें आपकी पत्नी तक भी पहुंचें तो उन्हें कैसा लगेगा, जरा सोचें। किसी को भी केवल अपना रिश्ता टूटने का कोई एक कारण बताकर चुप रहना ही बेहतर होता है।
संजय की गर्भवती पत्नी शादी के एक वर्ष बाद ही उससे लड़कर मायके चली गई। संजय के ऑॅफिस में जब इसको लेकर बात चली तो उसका कहना था-पत्नी संयुक्त परिवार में न रहकर अलग रहना चाहती थी, जब कि घर का बड़ा बेटा होने के नाते मैं अपनी जिम्मेदारियों से मुंह नहीं मोड़ सकता था, इसलिए मैंने अलग होना स्वीकार नहीं किया, तो वह चली गई। इसके बाद उसने कभी इस संबंध में कार्यालय में चर्चा नहीं की। बिटिया होने के बाद भी संजय की पत्नी नहीं लौटी। 7-8 वर्ष यूं ही बीत गए। संजय ने अपने तनाव को दूर करने और अपने करियर को संवारने के लिए फिर से पढाई शुरू कर दी और तरक्की हासिल की।
उधर कार्यालय के उसके साथियों ने दूसरे शहर में रह रही उसकी पत्नी के पास जाकर उसे समझाया और उन दोनों में समझौता करवाया। आज वे एक सफल वैवाहिक जीवन जी रहे हैं। बाद में पता चला कि संजय को पत्नी के व्यवहार को लेकर भी कई शिकायतें थीं, लेकिन उसने कभी उनका जिक्र किसी से नहीं किया। बल्कि उससे हमेशा अपनी बेटी की खोज-खाबर लेता रहा। जब बेटी बडी हुई तो उसे उसके जन्मदिन पर गिफ्ट भेजता रहा और उससे बात करता रहा, जिससे बेटी का जुड़ाव भी पिता से बना रहा। आज वही बेटी उसके पूरे परिवार की दुलारी है।
ऐसा भी होता है
कई बार अपने माता-पिता या पत्नी के माता-पिता की वजह से रिश्ता टूटता है तो कई पुरुष अपनी पत्नी को भूल नहीं पाते और गम गलत करने के लिए पीने की लत पाल लेते हैं। इसी नशे में वे बहुत बार देर रात को पत्नी के मायके में उसको फोन कर डालते हैं, जिससे बात और बिगड़ जाती है। कभी-कभी तो नशे में पुरुष अपनी पत्नी के मायके पहुंचकर झगड़ा तक करने लग जाते हैं। कभी-कभी तो बात इतनी बढ़ जाती है कि पुलिस केस तक बन जाता है। वे दिल से तो चाहते हैं कि पत्नी के साथ रिश्ता जोड सकें, लेकिन होता यह है कि और ज्यादा नफरत का शिकार हो जाते हैं।
अहंकारी पुरुष
इसके विपरीत कई पुरुष अहंकारी होते हैं और अपने अहं के संतुष्टिकरण के लिए तलाक लेने के बाद भी पत्नी को चैन से जीने नहीं देते। ऐसे कई किस्से अखबारों में आए दिन पढने को मिल जाते हैं।
ऐसे कई पुरुष ब्लैंक कॉल्स करके पत्नी को परेशान करते हैं या उसका पीछा करके उसे डराकर ये जताने की कोशिश करते हैं कि तुम मुझसे छुटकारा पाकर आराम की जिंदगी नहीं बिता सकती। ऐसा व्यवहार ठीक नहीं, इससे रिश्ता और अधिक उलझ सकता है और बच्चों का साथ पाने से भी आप वंचित हो सकते हैं।
सोच ऐसी रखिए
तलाक लेने के बाद भी अपनी पत्नी से रिश्ते इस कदर मत बिगाडिए कि वह आपकी सूरत देखना ही पसंद न करे। टूटे रिश्ते को निभाना सीखिए। अगर आप टूटे रिश्ते नहीं निभा सकते तो अपनी जिंदगी का रुख दूसरी तरफ मोड लीजिए। अपनी हॉबी पर ध्यान दीजिए और उसे पल्लवित-पुष्पित कीजिए। धीरे-धीरे जब जिंदगी रुटीन पर आने लगे तो दूसरे जीवन साथी की तलाश कीजिए। अपनी एक्स वाइफ के दोस्तों, रिश्तेदारों से आपको कटने की कोई जरूरत नहीं। उनसे अपने संबंध मधुर रखिए। आपका व्यवहार देखकर कभी-कभी दूसरा रिश्ता आपकी पत्नी के रिश्तेदार ही करवा देते है। नेहा के मामा जानते थे कि उनकी बहन और भांजी ही रिश्ता टूटने के लिए जिम्मेदार थे। उन्होंने नेहा के पति शिरीष का अपने दोस्त की बेटी से पुनर्विवाह करवाया। इस तरह शिरीष का दूसरा विवाह एक साल बाद ही हो गया और वह दूसरी गृहस्थी बहुत मजे से चला रहा है।
दूसरा रिश्ता जुड़ने पर
किसी दूसरे से रिश्ता जुड़ने पर कुछ खास बातों का ध्यान रखें, मसलन –
1.-यदि आपने खुद ही दूसरी गर्लफ्रेंड ढूंढ ली है तो उसके सामने अपनी एक्स वाइफ की बुराइयों का दोहराते मत रहें। इससे आप खुद को अच्छा साबित नहीं कर रहे होंगे, बल्कि आपकी यह ओछी हरकत होगी। शुरू में एक ही बार अपने संबंध विच्छेद का कारण बताकर इस पर पटाक्षेप कर दें।
2.-खुद का भी आकलन करें और कहां पर क्या गलती हुई इस पर विचार करें। दूसरे संबंध में यह गलतियां न हों इस पर ध्यान दें।
3.-परिवार में अपना स्थान बनाने के तरीके भी उसको बताएं। एक बार रिश्ता टूट जाए तो समझदार और परिपक्व बनकर दूसरे के साथ रिश्ते की नई डोर को मजबूत बनाने की कोशिश करें।