वाशिंगटन- केंद्रीय वित्त मंत्री अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वाषिर्क बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका के एक हफ्ते के दौरे पर हैं। जहाँ उन्होंने संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा है कि भारत में अलग अलग राजनीतिक दल के लोगों के गैर जिम्मेदाराना बयान देने जैसी ‘छिटपुट’ घटनाएं हो सकती हैं लेकिन इसे देश में असहिष्णुता के माहौल के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। वरिष्ठ भाजपा नेता ने इस तरह की घटनाओं को ‘बहुत खराब’ बताया लेकिन कहा कि भारत जैसे बड़े देश में ये ‘बहुत कम’ होती हैं।
उन्होंने यहां भारतीय संवाददाताओं के साथ एक गोलमेज सम्मेलन में कहा, ‘‘अलग अलग राजनीतिक दल के लोगों के गैर जिम्मेदाराना बयान देने की छिटपुट घटनाएं हो सकती हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि जमीन पर इस तरह की :असहिष्णुता होने: कोई एक्टिविटी है।’’
वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘ये खराब घटनाएं हैं। ये बहुत ही खराब घटनाएं हैं लेकिन एक बड़े देश में ऐसा बहुत ही कम होता है। पूर्व में भी ऐसी छिटपुट घटनाएं होती रही हैं।’’ जेटली ने देश में असहिष्णुता के कथित माहौल से संबंधित सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यह मीडिया की उपज है।
उन्होंने कहा, ‘‘जमीनी स्तर पर विषय को लेकर मेरी अपनी समझ यह है कि क्या ऐसी बहुत सारी चीजें हो रही हैं जिनसे यह :असहिष्णुता: दिखती है? जवाब ना मेंं है।’’
वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘भारत जैसे बड़े देश में एक ही समय में कुछ घटनाएं हो सकती हैं जिन्हें बहुत ही अनुचित और निंदनीय समझा जा सकता है।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा में किसी तरह का आत्मनिरीक्षण हो रहा है, उन्होंने कहा, ‘‘असल में ना तो पार्टी के एजेंडे में या जमीनी स्तर पर इस तरह की कोई गतिविधि है जिसमें भारत जैसे बड़े देश में राज्य दर राज्य यह :असहिष्णुता की घटनाएं: हो रहा है।’’