बैतूल- हिन्दू सम्मेलन में शामिल होने संघ प्रमुख मोहन भागवत बैतूल पहुंचे हैं। भागवत का एक और ताजा बयान चुनावी सीजन में सियासत का पारा चढ़ा सकता है। जिहां मध्य प्रदेश के बैतूल में आयोजित हिंदू सम्मेलन में भागवत ने कहा कि हिंदुस्तान में रहने वाला और यहां की रिवायतों का सम्मान करने वाला हर शख्स हिंदू है।
भागवत के मुताबिक मुस्लिम पूजा पद्धति के हिसाब से भले ही मुस्लिम हों लेकिन उनकी राष्ट्रीयता हिंदू ही है। भागवत का कहना था कि हिंदुओं के लिए कोई दूसरा मुल्क नहीं है. लिहाजा हर हिंदू देश के लिए जिम्मेदार है।
यहां बुधवार सुबह सबसे पहले वे जिला जेल पहुंचे और बैरक क्रमांक 1 में गए जहां दूसरे संघ संचालक गुरु गोलवलकर को वर्ष 1949 अप्रैल में तीन महीने तक विचाराधीन बंदी के रूप में रखा था।
वे 13 जुलाई 1949 को रिहा हुए थे उनकी फोटो भी एक नंबर बैरक में लगी है। उनकी स्मृति को नमन करने भागवत यहां पहुंचे और 25 मिनट उस कक्ष में बिताने के बाद संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता उत्तम खंडेलवाल के निवास के लिए रवाना हो गए।
मंगलवार को बैतूल पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने रात्रि विश्राम भारत भारती में किया। सुबह उठने के बाद उन्होंने ध्यान योग किया और नौ बजे वे भारत भारती आवासीय परिसर के भ्रमण पर निकले। वे यहां भारत भारती में सबसे पहले गौशाला गए। उसके बाद जैविक खाद निर्माण प्रयोगशाला जैविक खेती जिसमें गेहू, मटर, गोभी, बैगन, गिलकी, सेम, मिर्ची और टमाटर की खेती का भी अवलोकन किया।
इस दौरान संघ प्रमुख के साथ सुरेश सोनी और भारत भारती के प्रमुख और हिन्दू सम्मेलन आयोजन समिति के मोहन नागर व भारत भारती विद्यालय के प्राचार्य राहुल देव ठाकरे मौजूद थे।
जिला जेल के बाहर बोहरा समाज के लोग संघ प्रमुख भागवत का बैतूल आगमन पर् स्वागत करने के लिए पहुंचे थे। पुलिस ने सुरक्षा कारणों से उन्हें सड़क पर ही रोक दिया। जेल से बाहर निकलने पर उम्मीद थी किभागवत उनसे मुलाकात करेंगे लेकिन उनका काफिला सीधे रवाना हो गया। समाज के लोगों का कहना है कि वे स्वागत करने आए थे पर मौका नहीं मिल पाया। अब वे कार्यक्रम स्थल पर जाएंगे और स्वागत करेंगे।