अब पैसेंजर घर बैठे ऑनलाइन बिना पैसा खर्च किए ही टिकट बुक करा सकते हैं। इसके बाद जब टिकट उन्हें घर पर डिलीवर किया जाएगा तो उस वक्त उन्हें टिकट की राशि का भुगतान करना होगा। रेलवे की कंपनी इंडियन रेलवे कैटरिंग ऐंड टूरिजम कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) ने छह सौ शहरों में पे ऑन डिलीवरी नामक यह सुविधा शुरू करने का ऐलान किया है। इस तरह की सुविधा लेने वालों को इसके लिए चार्ज भी देना होगा।
आईआरसीटीसी के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, यह सुविधा उन लोंगों के लिए है जो ऑनलाइन टिकट तो बुक कराना चाहते हैं लेकिन ऑनलाइन पेमेंट करने से बचते हैं। ऐसे लोंगों को उनके घर पर ही टिकट भेजा जाएगा और वहीं टिकट की राशि नकद ली जाएगी।
शर्तें भी रखी हैं – इसके लिए आईआरसीटीसी ने कुछ शर्तें भी रखी हैं और इस पूरी प्रक्रिया को सिबिल से भी जोड़ा है ताकि अगर कोई आईआरसीटीसी के साथ धोखाधड़ी करने का प्रयास करे तो उसके खिलाफ ऐक्शन लिया जा सके। सिबिल को जोड़ने का मकसद यही है कि अगर कोई धोखाधड़ी करता है या इसकी कोशिश करता है तो उसकी यह कोशिश सिबिल के रेकॉर्ड में दर्ज हो जाएगी। इससे भविष्य में उसके लिए लोन आदि लेने में दिक्कत आ सकती है।
रजिस्ट्रेशन कराना होगा -पे ऑन डिलीवरी की इस सुविधा के लिए एक बार अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा और इस रजिस्ट्रेशन के वक्त पैन कार्ड और आधार कार्ड देना होगा। इसके बाद कभी भी आईआरसीटीसी की वेबसाइट या फिर मोबाइल ऐप से टिकट बुक कराया जा सकेगा। यह टिकट यात्रा से कम-से-कम पांच दिन पहले बुक कराना होगा। इसके लिए तय किया गया है कि अगर टिकट की कुल राशि पांच हजार रुपये से कम है तो पैसेंजर को उसके लिए 90 रुपये और सर्विस चार्ज पे करना होगा। अगर टिकट की राशि पांच हजार से अधिक है तो पैसेंजर को इस सुविधा के लिए चार्ज के रूप में 120 रुपये एवं सर्विस चार्ज देना होगा। आईआरसीटीसी का कहना है कि फिलहाल यह सुविधा चार हजार पिन कोड वाले शहरों में लागू की गई है।