लखनऊ- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ताज होटल में आयोजित एचटी वुमन समारोह के सवाल-जवाब के दौर में एक लड़की की शिकायत को गंभीरता से लेने के बाद कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) का झंडा लगाकर कोई लड़की को छेड़ने जैसी घटना को अंजाम न दे। ऐसा करने वाले या गुंडागर्दी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि झंडा लगाकर चलने वाले ये असामाजिक तत्व सरकार के साथ बदल जाते हैं।
उन्होंने कहा, “मैं अपना वाट्सअप नंबर दे दूंगा, ऐसे लोगों की फोटो खींचकर मेरे वाट्सअप पर डाल देना, तत्काल कार्रवाई होगी। वैसे, सरकार ने हर शहर में सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए हैं। उसमें ऐसे लोगों की छवि आने पर पुलिस कार्रवाई करेगी।”
एक महिला ने जब कहा कि गोमती नगर से एयरपोर्ट तक सड़क के किनारे कोई टॉयलेट नहीं है, तब मुख्यमंत्री ने तत्काल घोषणा की कि पूरे प्रदेश में, हर शहर में स्थानीय सड़कों और हाईवे के किनारे अच्छे टॉयलेट बनावाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सड़क के किनारे टॉयलेट न होने के कारण लखनऊ में एक बड़ी घटना घट गई। उनका इशारा डीजीपी आफिस के पास नाले के किनारे दुष्कर्म के बाद छात्रा की हत्या की घटना की ओर था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें काम करने का मौका मिला है। मेट्रो और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे बन रहे हैं। लखनऊ बदलाव के रास्ते पर है। एक अन्य महिला द्वारा कन्या भ्रूणहत्या रोके जाने के कानून का पालन न होने की शिकायत किए जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि डीएम और सीएमओ यहीं बैठे हैं, दोनों ने इसका संज्ञान ले लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके सवाल के बारे में भी लोग सवाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के समय में सपा सरकार ने ही पंचायतों में महिलाओं को आरक्षण दिया था, जिस कारण आज जिला पंचायतों और प्रधानी में सबसे ज्यादा महिलाएं चुनकर आई हैं। यहां तक कि बड़ी संख्या में कम उम्र की महिलाएं चुनी गई हैं।