इंदौर/ भोपाल: मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में कई बड़े नाम सामने आने के बाद हर तरफ हनीट्रैप और इसमें फसे लोगो की चर्चा आम हो रही है। बताया जा रहा है कि इस हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट में कई बड़े अफसर और नेताओं के नाम भी सामने आये हैं। ये नेता पूर्व सरकार में बड़े ओहदे पर थे और इन लड़कियों की सरगना सीधे नेता जी से संपर्क में थी। आइये आप भी जान लीजिये हनीट्रैप में कैसे फंसाया जाता है और बाद में वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल कर करोडो वसूले जाते है।
सोशल मीडिया के जरिए
अभी तक का ट्रेंड देखें तो पता चलता है कि सोशल मीडिया के जरिए सेना से जुड़े लोगों को फंसाया जाता है। ये जरूरी नहीं कि सामने जो लड़की बातें कर रही है वो वास्तव में लड़की ही हो। कई बार पुरुष एजेंट, महिला बन कर बातें करते हैं। इसके लिए फेक प्रोफाइल्स बनाई जाती हैं। ये इस कदर असली दिखती हैं कि इन पर भरोसा कर लिया जाता है।
नंबरों का आदान प्रदान
सेना से जुड़े लोगों का भरोसा हासिल करने के लिए मोबाइल नंबरों का आदान प्रदान भी किया जाता है और whatsapp जैसे टूल्स से भी चैटिंग की जाती है। इस तरह की चैटिंग के दौरान अंतरंग तस्वीरें, बेहद निजी राज आदि जान लिए जाते हैं और फिर ब्लैकमेल करने में इनका इस्तेमाल किया जाता है।
खुद को बताती हैं विदेशी
कई केसों में ऐसा देखा गया है कि लड़की खुद को किसी यूरोपियन देश या फिर अमेरिका का बताती है। कई बार लड़की खुद को किसी अखबार या मैगजीन से जुड़ा बताती है। ऐसे में यह लोग सेना अधिकारियों को थोड़ी जानकारी देने के एवज में अच्छा पैसा ऑफर करते हैं। सैन्य प्रतिष्ठानों की तस्वीरें शेयर करने को भी कहा जाता है।
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