उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव की हत्या मामले में उनके भतीजे सनी यादव ने मनीष शर्मा, उसकी पत्नी वंदना और एक अन्य वकील विनीत गुलेचा को आरोपी के रूप में नामित किया है।
मृतक दरवेश बार काउंसिल की पहली महिला प्रमुख थी, जिनकी बुधवार को एक वकील के चैंबर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
वकील मनीष शर्मा ने बुधवार को दरवेश यादव पर गोलियां चलाईं, उसने बाद में खुद को सिर में गोली मार ली और उसे गंभीर हालत में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राज्य भर के वकीलों ने शुक्रवार को बार काउंसिल प्रमुख के सम्मान में काम नहीं करने का फैसला किया है। इस बीच, दरवेश यादव और मनीष शर्मा के बीच तल्ख रिश्ते को हत्या के पीछे का मकसद माना जा रहा है। दोनों ने 2004 में वकालत की प्रैक्टिस शुरू की थी और कोर्ट में दोनों का एक ही चैंबर था।
बुधवार देर रात एफआईआर दर्ज कराने वाले सनी यादव के मुताबिक, दरवेश यादव अक्सर शर्मा को उनके करियर में मदद करती थीं और उसे पैसे, कार और आभूषण देती थीं।
सनी ने दर्ज कराई गई शिकायत में कहा, “कुछ महीने पहले, जब दरवेश यादव ने शर्मा से अपने पैसे मांगे, तो उसकी पत्नी वंदना ने दरवेश यादव को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। मनीष शर्मा ने दरवेश के चैंबर पर कब्जा कर लिया था और उन्हें अन्य वकीलों के चैंबर से काम करना शुरू करना पड़ा था।”
हत्या से ठीक पहले दरवेश साथी वकील अरविंद कुमार मिश्रा के चैंबर में बैठी थी, जहां शर्मा ने उनके साथ बहसबाजी की और फिर तीन गोलियां चलाकर कर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद शर्मा ने खुद को भी गोली मार ली।
सनी यादव ने पत्रकारों को बताया कि एक अन्य वकील विनीत गुलेचा मास्टरमाइंड हैं और इस अपराध का कारण ईष्र्या है। सनी ने कहा, “दरवेश की बढ़ती लोकप्रियता से गुलेचा को जलन होती थी और हत्या के लिए उसने मनीष शर्मा का इस्तेमाल किया।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक के गुरुवार को मृतका दरवेश को श्रद्धांजलि देने के लिए एटा में होने की उम्मीद है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी दोपहर बाद एटा पहुंचने और दरवेश के परिवार से मिलने का कार्यक्रम है।