नई दिल्ली : केंद्रीय दूरसंचार व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अयोध्या में राम मंदिर को लेकर नया बयान दिया है, प्रसाद ने कहा कि हमारे पास कई ऐसे दस्तावेज हैं जो अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम मंदिर के निर्माण का समर्थन करते हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मैं यह बयान बतौतर कानून मंत्री नहीं बल्कि कानून के जानकार के तौर पर कह रहा हूं।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कराना भाजपा के एजेंडे में है। उन्होंने कहा कि हमें कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। जब रविशंकर प्रसाद से पूछा गया कि अब केंद्र और राज्य दोनों ही जगह पर भाजपा की सरकार है तो क्या अब राम मंदिर का निर्माण होगा तो उन्होंने कहा कि यह भाजपा के एजेंडे में हैं, कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए।
गौरतलब है कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मंदिर मुद्दे पर सुनवाई करते हुए दोनों ही पक्षकारों को सुझाव दिया था कि वह इस मुद्दे को कोर्ट के बाहर सुलझाने की कोशिश करे, कोर्ट ने कहा था कि अगर दोनों पक्ष इस बात के लिए तैयार होते हैं तो सुप्रीम कोर्ट मध्यस्तता करने को तैयार है, हालांकि इसके साथ ही यह शर्त भी रखी है कि अगर दोनों पक्ष कोर्ट के बाहर मामले को सुलझाने के लिए तैयार हैं तो इस मामले की सुनवाई कोर्ट में नहीं होगी।
उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के एक साथ आने के सवाल पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह अखिलेश यादव और मायावती की निराशा को दिखाता है। उन्होंने कहा कि यह दल इस बात से डरे हुए हैं कि कहीं इनके गठबंधन को भाजपा इनके लिए मुसीबत साबित ना हो, इसीलिए ये दल गठबंधन की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन लोगों ने अपना निर्णय दे दिया है, लोगों ने काम करने वाली सरकार को अपना वोट दिया है।