सनातन हिंदु धर्म में माता लक्ष्मी और गणेशजी की पूजा-अर्चना करके उनसे जीवन में सुख-शांति, धन-दौलत और खुशहाली का वरदान मांगा जाता है। यहां हम आपको लक्ष्मी-गणेश पूजन की पूरी विधि बताने जा रहे हैं।
लक्ष्मी पूजन
माँ लक्ष्मी, सदा हम पर प्रसन्नता एवं संपदा की बौछार करती हैं। मां लक्ष्मी पूजन की शुरूआत वैकुंठपति श्री नारायण की पूजा द्वारा की जाती है। देवताओं और राक्षसों की लड़ाई में जब इंद्रदेव पराजय हुए तो राक्षसों ने उनकी सारी धन दौलत को छीन लिया। नतीजतन, देवों के राजा इंद्र को पहाड़ों की कंदराओं में शरण लेनी पड़ी। अंत में इंद्र देव ने ब्रह्माजी से गुहार लगाई और उनकी सलाह अनुसार मां लक्ष्मी की पूजा की। इस पूजा-अर्चना के कारण अंततः इंद्रदेव को फिर से उनकी खोई हुई धन संपदा वापिस मिली।
भगवती महालक्ष्मी का मंत्र –
ॐ श्रीं हीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद।
प्रसीद श्रीं हीं श्रीं ॐ महालाक्ष्मै नमः।।
ऊपर दिए गए मंत्र का जाप करने से उपासकों की इच्छाएं पूर्ण होती हैं। धन-संपदा मिलने के साथ-साथ उपासकों का भाग्योदय होता है।
लक्ष्मी गणेश यंत्र
जहां देवी लक्ष्मी, समृद्धि, धन, समृद्धि और खुशी का प्रतिनिधित्व करती है, वहीं भगवान गणेश बुद्धि, ज्ञान और ज्ञान के प्रतीक माने जाते हैं। इस यंत्र में दोनों देवी-देवताओं की सामूहिक शक्तियां समाहित है। लक्ष्मी गणेश यंत्र की पूजा करने से जीवन में संपत्ति, सफलता और शोहरत प्राप्त करने का आपका स्वप्न पूर्ण होता है। अगर आप किसी बुरे दौर से गुजर रहे हैं या वित्तीय स्थिति आपके लिए चिंता का विषय बन रही है तो यह यंत्र आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। अपने भाग्य को आकर्षित करने की चाह रखने वाले लोगों के लिए भी यह एक प्रभावशाली यंत्र है।
गणेश पूजन
गणेशजी विघ्नहर्ता हैं। इसीलिए सभी प्रकार के शुभ कामों जैसे विवाह और गृह प्रवेश आदि के पहले उनकी पूजा जरूर की जाती है।
गणेशजी का मंत्र-
श्री गणेशाय नमः॥
इस मंत्र का प्रतिदिन शांत मन से 108 बार जाप करने से भगवान गणेशजी की कृपा प्राप्त होती है। हर कार्य स्वतः अनुकूल सिद्ध होने लगता है।
गणेश जी की पूजा हेतु आवश्यक पूजन सामग्री
पूजा से जुड़ी अधिकांश सामग्रियां घर में ही उपलब्ध होती हैं। केवल कुछ ही चीजों को बाहर से मंगाने की जरुरत होती है। यहां हम आपको पूजा में प्रयुक्त होने वाली उन चीजों का महत्व बताते हैं।
1. गणेशजी को जल का अभिषेक करने से जीवन में दुःख का नाश होता है। और सुख का आगमन होता है तथा जीवन में विद्या, धन, संतान और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
2. गणेशजी को सफेद पुष्प अथवा जासुद अर्पण करने से कीर्ति मिलती है।
3. गणेशजी को दुर्वा अर्पण करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है, आर्थिक उन्नति होती है और संतान का सुख मिलता है।
4. गणेशजी को सिंदुर अर्पण करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
5. गणेशजी को धूप अर्पण करने से कीर्ति मिलती है।
6. गणेशजी को लड्डू अर्पण करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
8. गणेशजी को मंत्र पुष्पांजलि अर्पित करें।
अब तक कि पूजा में यदि कोई भूल-चूक हो गई हो तो, हाथ में पुष्प लेते हुए रखकर सिर झुकाकर गणेशजी के समक्ष पुष्प अर्पण करते हुए उनसे क्षमा-याचना करें। निश्चित रूप से गणेशजी आप का कल्याण करेंगे।