सीधी : जंगल में लकड़ी बीनने गई एक 12 वर्षीय लड़की को तेंदुआ बड़ी बहन की आंखों के सामने से मुंह में दबाकर भाग गया। लड़की को बचाने के लिए साथ में गईं महिलाओं और उसकी बड़ी बहन ने तेंदुआ को पत्थर मारे तब करीब सौ मीटर दूर जाकर लड़की को छोड़कर भाग गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की जानकारी जंगल से ग्रामीणों को दी गई। घटना मड़वास रेंज के खजुरिहा कक्ष 1389 बादामनाका की सुबह करीब 8 बजे की है। घटना की जानकारी वन विभाग के अमला को लगी तो वह करीब 20 मिनट के अंदर पहुंच गया। पीएम के बाद शव को सौंप दिया गया है।
झपरी निवासी सरोज (12) पुत्री शिव नारायण सिंह अपने ही गांव की रीता सिंह, संतोषी सिंह, कुसुम सिंह, प्रीति सिंह और अपनी बड़ी बहन बिट्टी (14) के साथ सुबह अपने घर से जंगल लकड़ी के लिए गई थी। घटना की सूचना वन विभाग को दी। इसके बाद अंसारी संयुक्त संचालक संजय टाइगर रिजर्व, रेंजर जगदीश चंद्र उइके, राज बहोर पटेल मुंशी, तहसीलदार मड़वास, पुलिस अमला मौके पर पहुंच गया।
जंगल में मच गया कोहरामः सरोज सिंह के मौत की खबर जैसे ही उसके परिवार और गांव वालों को पता चली तो वह दौड़ते- भागते जंगल में पहुंच गए। परिवार के लोगों का रो- रो कर बुरा हाल है। सभी खुद को कोस रहे थे कि उसे जंगल नहीं भेजते तो शायद उसकी जान बच जाती।
एक वर्ष में तीसरी घटनाः जनवरी 2006 में लकड़ी बीनने गए छुहिया निवासी एक छह साल के बधो को तेंदुआ उठा ले गया था। यह बधाा अपने बाबा के साथ गया हुआ था। दूसरी घटना मार्च-अप्रैल में धुपखड़ निवासी एक लड़की महुआ बीनने गई हुई थी। उसे भी एक तेंदुआ मौके से उठा ले गया था।
इनका कहना : जंगल में लकड़ी बीनने गई एक 12 वर्ष की लड़की को तेंदुआ उठा ले गया था। जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक के स्वजनों को चार लाख की सहायता राशि दी है। घटना संजय टाइगर रिजर्व के बफर एरिया की है।
- एए अंसारी, संयुक्त संचालक संजय टाइगर रिजर्व सीधी।