लंदन – इंटरनेट पर पोर्न सामग्री के उपयोगकर्ताओं की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इस बीच इंटरनेट पर इस तरह की सामग्री के उपयोगकर्ताओं के स्वभाव को लेकर हुई एक ताजा अध्ययन में पाया गया है कि अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि इंटरनेट पर लगातार पोर्न सामग्री देखने वाली महिलाएं वास्तविक जीवन में सेक्स संबंधों से दूर होती चली जाती हैं।
अध्ययन में यह भी पाया गया है कि इस तरह की महिलाओं में इंटरनेट के जरिए ही अपनी यौनाकांक्षाओं की पूर्ति करने की लत लगने का खतरा काफी अधिक होता है।
शोध पत्रिका ’साइबरसायकोलॉजी बिहैवियर एंड सोशल नेटवर्किंग’ में प्रकाशित शोधपत्र में बताया गया है कि यह अध्ययन मात्र 30 लोगों पर ही किया गया है।
बेल्जियम के ब्रसेल्स स्थित वर्चुअल रियलिटी मेडिकल इंस्टीट्यूट की ब्रेंडा के. वीडरहोल्ड ने कहा, ’’अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि सामान्य सेक्स जीवन व्यतीत करने वाली महिलाओं में इंटरनेट पर पोर्न सामग्री के प्रति रूचि इस तरह के पुरुषों के समान ही रही।’’
ब्रांडे ने कहा है कि यह अध्ययन भले ही मात्र 30 लोगों पर किया गया है, लेकिन इससे महिलाओं में इंटरनेट पर पोर्न सामग्री के इस्तेमाल का लती होने के स्वभाव को समझा जा सकता है।
सामान्य विषमलिंगी सेक्स जीवन व्यतीत करने वाली महिलाओं और इंटरनेट की लती हो चुकी महिलाओं के बीच तुलनात्मक अध्ययन में पाया गया कि यौनाकांक्षा की पूर्ति के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में इसकी लत की मात्रा बढ़ती ही जा रही है।
गौरतलब है कि इंटरनेट पर पोर्न सामग्री को लेकर दुनिया के अलग-अलग देशों में अलग-अलग कानून बन चुके हैं, लेकिन अब तक इस पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है। Demo -Pic