मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मिड डे मील योजना की राशि ट्रांसफर करने के दौरान स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए कहा है कि प्रदेश में अभी की स्थिति को देखते हुए 13 जून के बाद स्कूल खोलने का फैसला किया गया है, लेकिन सरकार 13 जून तक का इंतजार और करेगी अगर हालात सामान्य नहीं हुए तो फिर स्कूल खोलने का फैसला टाला भी जा सकता है।
मध्य प्रदेश में लॉकडाउन की अवधि 15 जून तक बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने एक बयान में कहा है कि मौजूदा स्थितियों को देखते हुए लॉकडाउन पूरी तरह से नहीं खोला जा सकता, लिहाजा सरकार ने यह तय किया है कि लॉकडाउन की अवधि 15 जून तक बढ़ाई जाएगी।
हालांकि इसको लेकर क्या गाइडलाइन होंगी यह आने वाले एक-दो दिन में साफ होगा। दरअसल, लॉकडाउन 4 की अवधि 31 मई को खत्म हो रही है। उसके बाद ये सवाल उठ रहे थे कि क्या लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जाएगी या फिर सब कुछ सामान्य तरीके से खोल दिया जाएगा।
इन्हीं अटकलों के दौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अब यह साफ किया है कि मध्य प्रदेश में लॉकडाउन 15 जून तक बढ़ाया जाएगा। जबकि प्रदेश सरकार ने यह फैसला कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को लेकर लिया है।
वहीं, अभी भी भोपाल और इंदौर जैसे बड़े शहर कोरोना की चपेट में हैं लिहाजा सरकार लॉकडाउन पूरी तरह खत्म करके कोई रिस्क नहीं लेना चाहती।
लॉकडाउन के बीच बच्चों के स्कूल आखिरकार कब खोले जाएंगे, यह सवाल भी बना हुआ है। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मिड डे मील योजना की राशि ट्रांसफर करने के दौरान स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए कहा है कि प्रदेश में अभी की स्थिति को देखते हुए 13 जून के बाद स्कूल खोलने का फैसला किया गया है, लेकिन सरकार 13 जून तक का इंतजार और करेगी अगर हालात सामान्य नहीं हुए तो फिर स्कूल खोलने का फैसला टाला भी जा सकता है।
इन सबके बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश सरकार से धार्मिक स्थलों को खोले जाने की मांग की है।
कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि जिस तरह पश्चिम बंगाल और कर्नाटक की सरकार ने 1 जून से धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला किया है वैसे ही मध्य प्रदेश में भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला करना चाहिए।
कमलनाथ ने शिवराज सरकार के फैसलों पर तंज कसते हुए लिखा है कि जब प्रदेश में शराब की दुकानें खोली जा सकती हैं तो फिर धार्मिक स्थल खोलने पर आखिर क्या परेशानी है?