कोलकाता: लोकसभा चुनाव की डेटशीट आ गई है। सात चरणों में चुनाव होंगे और 23 मई को नतीजे आएंगे। ऐसे में आगामी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी पार्टियां जोर-शोर से जुट गई हैं। लेकिन कुछ राजनीतिक दलों ने चुनाव की तारीखों पर आपत्ति जताई है। कोलकता के मेयर और टीएमसी नेता टीएमसी नेता फिरहाद हकीम ने आरोप लगाया है कि बीजेपी चाहती है कि अल्पसंख्यक अपना वोट न डालें इसलिए रमजान के दौरान रोजे का ख्याल नहीं रखा गया।
फिरहाद हाकिम ने आगे कहा, “चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और हम उसका सम्मान करते हैं। हम उनके खिलाफ कुछ नहीं बोलना चाहते हैं। लेकिन 7 चरणों में चुनाव बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए मुश्किल होगा। यह उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल होगा जिनका उस समय रमजान चल रहा होगा।” उन्होंने आगे कहा, “इन तीन राज्यों में अल्पसंख्यक आबादी काफी ज्यादा है। वह रोजा रखकर वोट डालेंगे। चुनाव आयोग को इस बात को अपने दिमाग में रखना चाहिए। बीजेपी चाहती है कि अल्पसंख्यक अपना वोट न डालें। लेकिन हम इससे चिंतित नहीं हैं। ”
Firhad Hakim, Kolkata Mayor&TMC leader: Minority population in these 3 states is quite high. They’ll cast votes by observing ‘roza’. EC should’ve kept this in mind. BJP wants minorities to not cast their votes.But we aren’t worried. People are committed to ‘BJP hatao-desh bachao’ https://t.co/7MCnrgrDqE
— ANI (@ANI) March 11, 2019
उन्होंने आगे कहा कि लोग बीजेपी हटाओ-देश बचाओ का मन बना चुके हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे। पहला चरण 11 अप्रैल, दूसरा 18 अप्रैल, तीसरा 23 अप्रैल, चौथा 29 अप्रैल, पांचवा 6 मई, छठा 12 मई और सातवां 19 मई को होगा। 23 मई को मतगणना होगी। 23 मई को ही पता चलेगा कि लोगों ने अगले पांच सालों के लिए सत्ता की चाबी किस पार्टी को सौंपी है। उल्लेखनीय है कि 2014 में 16वीं लोकसभा का चुनाव नौ चरण में कराया गया था।