मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार अगला लोकसभा समय से पहले कराने पर विचार कर रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार अगले साल कई राज्यों में विधान सभा चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग नवंबर-दिसंबर 2018 में लोक सभा चुनाव कई राज्यों के विधान सभा चुनावों के साथ कराने की संभावना पर अनौपचारिक रूप से विचार कर रहा है।
लोक सभा के पूर्व सेक्रेटरी जनरल सुभाष सी कश्यप समेत अन्य सचिवों से इस मुद्दे पर राय ली जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पहले भी लोक सभा चुनाव और राज्य सभा चुनाव एक साथ कराने की वकालत करते रहे हैं। आगामी आम चुनाव अप्रैल 2019 में होने हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया को सूत्रों ने बताया कि संवैधानिक रूप से चुनाव की तय मियाद के छह महीने पहले तक चुनाव कराए जा सकते हैं और इसके लिए संविधान में संशोधन की जरूरत नहीं पड़ेगी।
सुभाष कश्यप ने टीओआई को बताया कि “अगर आगामी लोक सभा चुनाव छह महीने के अंदर होने हैं तो चुनाव आयोग छह महीने पहले चुनाव करा सकता है। इसके लिए संविधान में बदलाव नहीं करना होगा।” हालांकि लोक सभा चुनाव समय से पहले चलाने के लिए बीजेपी और एनडीए को विपक्षी दलों के साथ आम सहमति बनानी होगी।
अगले साल मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधान सभा चुनाव होने हैं। इन राज्यों में मिजोरम को छोड़कर बाकी जगहों पर बीजेपी की सरकार है। रिपोर्ट के अनुसार लोक सभा चुनाव के साथ विधान सभा चुनाव कराने का फायदा बीजेडी को ओडिशा में और टीडीपी को तेलंगाना में मिला था। इस साल के अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश इत्यादि में विधान सभा चुनाव होना है।