बुरहानपुर – अनुविभागीय अधिकारी राजस्व नेपानगर द्वारा अपात्र वन समितियो के नाम से असंबंध व्यक्तियो को अवैधानिक रूप से शासकीय उचित मूल्य दुकानो के आवंटन दिये जाने के संबंध में पत्रकार उदयसिंह वर्मा द्वारा लोकायुक्त को प्राथमिकी दर्ज करने हेतु दिये गये आवेदन पर लोकायुक्त द्वारा प्रकरण दर्ज होने की जानकारी होने की जानकारी लोकायुक्त कार्यालय के पत्र क्रमांक ५६९८/जा.प्र./१६५/२०१४ के द्वारा आवेदक को दी गई है।
ज्ञातव्य हो कि, बुरहानपुर जिले के अंतर्गत नेपानगर तहसील में लघुवनउपज सहकारी समिति नेपानगर, लघुवनउपज सहकारी समिति धूलकोट सहित अनेक वन समितियो के नाम पर आवंटन अनुविभागीय अधिकारी नेपानगर द्वारा दिये जाने को अवैधानिक तथा असंबंध व्यक्तियो को दिये जाने संबंधित दस्तावेजी साक्ष उपलब्ध कराते हुये लोकायुक्त को शपथ पत्र के साथ शिकायत की गई थी जिसमें अवैधानिक तौर पर संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकान से शासन के अंजाम से प्राप्त गरीबो का खाद्यान्न असंबंध व्यक्तियो द्वारा प्राप्त किया जाकर धोखाधडी का संज्ञान संबंधित अनुविभागीय अधिकारी नेपानगर, खकनार, बुरहानपुर एवं जिला आपूर्ति अधिकारी बुरहानपुर तथा कलेक्टर बुरहानपुर को होने के बाद भी आवंटन रद्द ना किया जाना तथा की जा रही धोखाधडी के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध ना किये जाने से संबंधित विभाग के अधिकारियो की सहभागीता एवं संरक्षण को प्रमाणीत करता है जिसके आधार पर दोषीयो के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध लोकायुक्त महोदय से किया गया था।
उल्लेखनीय है कि, उदयसिंह वर्मा द्वारा अनुविभागीय अधिकारियो सहित कलेक्टर बुरहानपुर एवं जिला आपूर्ति अधिकारी बुरहानपुर को वनमंडलाधिकारी बुरहानपुर द्वारा जांच उपरांत अनुविभागीय अधिकारी को सूचित वह पत्र भी पुन: अपनी शिकायत में संलग्न करते हुये उक्त अधिकारियो को सूचित किया था कि, वनमंडलाधिकारी द्वारा यह सूचित कर दिया है कि, बुरहानपुर वनमंडल में कोई भी वनसमितियां शासकीय उचित मूल्य दुकान का संचालन नही कर रही है जिसके बाद भी संबंधित अधिकारियो द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही ना करते हुये तथा आवंटन निरंतर जारी रखते हुये हितबद्धता को प्रमाणीत किया है साथ ही जिले में लंबे समय से डटे कुछ भ्रष्ट अधिकारी, जिला प्रशासन में बैठे वरिष्ठ अधिकारियो को भी गुमराह कर रहे है तथा नवागत कलेक्टर श्रीमती जेपी आयरीन सिंथिया को भी संपूर्ण जानकारी प्रदान ना कर गुमराह करने में कामयाब हो रहे है और यही वजह है कि, शिकायतकर्ता द्वारा दी गई लिखित शिकायतो एवं दस्तावेजी प्रमाण दिये जाने के बाद भी जिला कलेक्टर बुरहानपुर किसी प्रकार संज्ञान नही ले रहे है।