कानपुर- उत्तर प्रदेश के नए प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा नेता केशव मौर्य ने यह कहकर चौंका दिया कि अयोध्या रामजन्मभूमि का मामला भाजपा का चुनावी मुद्दा कभी रहा ही नहीं। भाजपा की मंदिर में आस्था है लेकिन चुनावी मुद्दा कतई नहीं होगा। विरोधी दल ही आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं।
मौर्य के राम मंदिर बयान ने विपक्षियों के मुंह बंद होंगे या उत्तर प्रदेश चुनाव जीतने और मतदाताओं का ध्यान आकर्षण के लिए कहा ये तो उनकी सोंच है लेकिन हकीकत क्या है सबसे परे है !
दरअसल प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद प्रदेश भ्रमण पर निकले केशव मौर्य ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार पूरे देश में विकास कर रही है। इसी का नतीजा है कि हाल के चुनाव में चार प्रांतों में भाजपा की सरकार बनीं। यह साफ नहीं किया कि भाजपा चुनावी गठबंधन करेगी या नहीं। कहा कि इस पर अभी कोई चर्चा नहीं चल रही है। यदि कोई गठबंधन होगा तो केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा।
सपा और बसपा पर निशाना साधा
पार्टी सांसद, विधायकों और संगठन के लोगों के साथ बैठक में कहा कि सपा सरकार की असफल योजनाओं का जनता के बीच प्रचार करें और बसपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ हल्ला बोल रणनीति बनाएं। कानपुर में पानी के साथ-साथ बिजली की समस्या के लिए समाजवादी पार्टी जिम्मेदार है। भाजपा इन मुद्दों पर आंदोलन करेगी।