एनआरआई से फेसबुक पर दोस्ती हुई और फिर चैटिंग के जरिए शादी के वायदे, लेकिन युवती को इसका खौफनाक अंजाम पांच वर्षों तक भुगतना पड़ा। घटना हरियाणा के कुरुक्षेत्र की है। शाहबाद निवासी पीड़िता का कहना है कि पिछले पांच वर्षों के दौरान एनआरआई जब भी भारत आया उसने उसके साथ शारीरिक संबंध स्थापित किए।
खैर अब पुलिस ने शाहाबाद थाना के अंतर्गत एनआरआई के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को दिये बयान में युवती ने आरोप लगाया है कि एक एनआरआई युवक से उसकी दोस्ती फेसबुक के माध्यम से हुई थी।
इसके बाद कई बार मिलना जुलना भी हुआ। एनआरआई युवक ने उसके साथ शादी कर घर बसाने का वादा किया, मगर पांच साल तक शारीरिक संबंध बनाने के बावजूद शादी करने का वादा पूरा नहीं किया।
पीड़िता का कहना है कि अब शादी में अड़चन का कारण उसका अंतरजातीय होना बताया जा रहा है, जबकि पांच साल पहले भी एनआरआई और उसका परिवार इस बात को भली प्रकार से जानता था। पुलिस ने उपरोक्त पीड़िता के बयान पर मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
शाहाबाद थाना के एसएचओ देवेंद्र कुमार ने बताया कि लड़की के बयान पर पुलिस ने न्यूजीलैंड वासी जतिंदर सिंह सरवारा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में जांच अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक सुमन कुमार को बनाया गया है। इस दौरान उसे गिरफ्तार करके पूछताछ की जाएगी।
युवती ने पुलिस को दिये बयान में कहा कि उसकी दोस्ती 2012 में फेसबुक के माध्यम से राजपुरा निवासी जतिंदर सिंह सरवारा के साथ हुई थी। इसके अगले साल 7 मार्च 2013 को शिकायतकर्ता के पिता का देहांत हो गया था, लेकिन इसके बाद भी हर वर्ष जब भी वह न्यूजीलैंड से वापस आता तो वह दोनों बाहर घूमने जाते थे। कई बार तो वह उसके रिश्तेदारों के साथ भी घूमने गई। इस दौरान वह उसे शादी करने का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाता रहा।
कई रिश्ते भी आए, पर एनआरआई ने मना किया
पीड़िता ग्रेजुएट बताई गई है। उसका कहना है कि जतिंदर सिंह सरवारा से दोस्ती के दौरान इन 5 वर्षों के में उसके कई रिश्ते आए, लेकिन जतिंदर ने सभी रिश्तों को मना करवाते हुए कहा कि वहीं उससे शादी करेगा। पीड़िता के मुताबिक शिकायतकर्ता 2 जुलाई को 30 वर्ष की हो जाएगी और उम्र के इस पड़ाव पर उसे जीवन भर का साथी बनाने का वादा करने वाला पीछे हट रहा है।
लड़की का कहना है कि अब शादी में अड़चन इंटर कास्ट होना बताया जा रहा है, जबकि पहले लड़का और उसके परिवार सहित रिश्तेदार भी मैरिज के लिए तैयार थे। पीड़िता ने बताया कि दोनों ही सिक्ख समुदाय से हैं।
गौरतलब है कि आरोपी एनआरआई जट सिख परिवार से है, जबकि पीड़िता प्रजापति समुदाय से है। लड़की की मानें तो इस बात की जानकारी एनआरआई परिवार को पहले से थी। पीड़िता ने बताया कि पहले वह नौकरी करती थी, लेकिन जतिंदर के कहने पर उसने नौकरी भी छोड़ दी।