लखनऊ : महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर गांधी जी के आदर्शों व संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास के 17 लक्ष्यों की पूर्ति के लिए राज्य विधान मण्डल का 36 घण्टों का सतत सत्र आयोजित किया गया है। सतत विकास के लक्ष्यों को वर्ष 2030 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। लक्ष्यों पर विधान सभा में चर्चा की जाएगी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने आज लोक भवन में आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह एक नये तरीके का प्रयोग है, जिसे लेकर न केवल भारत में बल्कि विदेश के लोग भी जिज्ञासु है।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय संस्कृति लोकमंगल की रही है। इस दृष्टि को जीवन्त रूप में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने प्रस्तुत किया था। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती भारत में ही नहीं, विश्व के कई देशों में मनायी जा रही है। गांधी जी का सम्पूर्ण जीवन हमें प्रेरित करता है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2015 में सतत विकास के 17 लक्ष्य रखे थे।
इसमें गरीबी उन्मूलन, भुखमरी की समाप्ति, सभी के लिए स्वस्थ जीवन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, सुरक्षित जल एवं स्वच्छता का सतत प्रबन्धन, किफायती सतत और आधुनिक ऊर्जा, उचित कार्य एवं आर्थिक विकास, उद्यमिता, अभिनवीकरण एवं अवस्थापना, असमानता कम करना, समावेशी एवं सुरक्षित शहर, सतत उपभोग एवं उत्पादन, जलवायु परिवर्तन, भूमि पर जीवन, शान्तिपूर्ण एवं समावेशी संस्थाओं का निर्माण तथा लक्ष्यों के लिए भागीदारी है। इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए भारत ने भी हस्ताक्षर किये थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में उ0प्र0 में सतत विकास के लक्ष्यों की पूर्ति के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दो वर्ष पहले पटना में राज्यों की विधान सभाओं के अध्यक्षों के सम्मेलन में मैंने सतत विकास लक्ष्य पर की-नोट एड्ड्रेस पढ़ा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी पटना तथा अन्य बैठकों पर चर्चा हुई थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लक्ष्यों की पूर्ति के लिए स्वयं उत्तर प्रदेश के विकास हेतु कार्यरत है। इसी क्रम में इस गांधी जयन्ती पर विशेष सत्र का आयोजन किया जा रहा है।
श्री दीक्षित ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है। इस विशेष सत्र के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सार्थक विचार-विमर्श किया जाएगा।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि सभी दलीय नेताओं समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी बहुजन समाज पार्टी के नेता लाल जी वर्मा, कांग्रेस पार्टी के नेता अजय कुमार लल्लू, अपना दल (सोनेलाल) के नेता नील रतन सिंह पटेल (नीलू) एवं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर ने इस विशेष सत्र पर अपनी सहमति व्यक्त की थी तथा हर तरह hसे सहयोग देने का आश्वासन दिया था।
दलीय नेताओं की सहमति के उपरान्त ही विशेष अधिवेशन बुलाये जाने का निर्णय लिया गया था।
शाश्वत तिवारी