मंडला– प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज चौहान आज मंडला जिले के ग्राम चाबी पहुंचे। मुख्य मंत्री नमामि देवी नर्मदा के तहत आयोजित नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल होने यहाँ पहुंचे थे। उन्होंने मंच में पहुँचते ही पूरे भक्ति भाव के साथ ध्वज पूजन किया और आरती की। कन्या पूजन के बाद मंच में मौजूद साधु सन्यासियों का सम्मान कर उनका आशीर्वाद लिया। सभा को सम्भोदित करते हुए मुख्य मंत्री ने जमकर नर्मदा की महिमा का बखान किया। सीएम के कहा कि प्रदेश की सिंचाई में 20 प्रतिशत योगदान नर्मदा का। प्रदेश की 30 प्रतिशत जनता की प्यास भी नर्मदा जल से ही बुझ रही है। इसे और बढाकर गाँव गाँव नर्मदा जल पहुँचाया जायेगा।
नर्मदा की धार बची रहे इसलिये नर्मदा के दोनों पाटों में फलदार वृक्ष लगाये जाएंगे। फलदार वृक्ष लगाने वाले किसानों को फल आने तक 20 हज़ार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा भी दिया जायेगा। उन्होंने गंदे नालों का प्रवाह नर्मदा में रोकने की बात करते हुए ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की बात भी कही। सौचालय बनाने लोगों को प्रेरित करते हुए सौच के लिए नर्मदा तटों पर न जाने की भी नसीहत दी। इसके साथ ही उन्होंने अपनी सरकार द्वारा बेटियों के लिये चलाई जा रही योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने पुलिस भर्ती में बेटियों के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की बात भी कही। मुख्य मंत्री के कार्यक्रम में शामिल हुए जिले के प्रभारी मंत्री संजय पाठक यात्रा की सफलता से गद गद दिखे और मुख्य मंत्री की शान में कसीदे पढ़ते नजर आये।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा के तटीय नगरों में जलशुद्धिकरण के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जायेंगे। इन प्लांटों से गंदे पानी के जल-मल को अलग कर स्वच्छ पानी किसानों के खेतों में सिंचाई के लिए उपयोग किया जायेगा। नर्मदा के घाटों पर पूजन सामग्री एवं प्रतिमा विसर्जन के लिए विसर्जन कुण्ड बनाये जायेंगे। इसी प्रकार तटों पर प्रदूषण रोकने के लिए मुक्तिधाम बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री आज मण्डला जिले के ग्राम चाबी में नमामि देवि नर्मदे नर्मदा सेवा यात्रा के अवसर पर जन संवाद कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा जीवन दायिनी है नर्मदा तट के लोग इसकी गोद में पले-बढ़े हैं । प्रदेश के 30 प्रतिशत से अधिक लोग नर्मदा से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। नर्मदा ने जल,जीवन एवं अन्य प्राकृतिक भंडार फल-फूल -सब्जी के साथ म.प्र. को बिजली जैसे सब चीजें दी किन्तु हमने उसके तट के ही वृक्ष काट डाले ,जंगल काट डाले। यह पेड़ पौधे जंगल के वृक्ष जो पानी सोखकर बूंद बूंद कर जल नदियों में देते थे उन्हें ही नष्ट कर जल स्तर कम कर नदियों का बहना बंद कर दिया। यदि यह नही रूका तो नर्मदा का प्रवाह बंद होने से मध्यप्रदेश भी सुरक्षित नही रहेगा।
इसी उद्देश्य से नर्मदा संरक्षण एवं संवर्धन के लिए यात्रा आयोजित की जा रही है। नर्मदा के दोनों तटों पर सरकारी,वन भूमि एवं किसानों की निजी भूमि में पेड़ लगाये जायेंगे और वे पेड़ ऐसे होंगे जो तट के कटाव को रोका जा सकेगा। नर्मदा के किनारे किसान अपनी फसल वाले खेतों में दोनों तटों पर फलदार पौधे लगायें। किसानों को फलदार पौधे में फल आने तक प्रति वर्ष 20 हजार रूपये प्रति हैक्टेयर का मुआवजा दिये जाने का प्रावधान किया गया है। फल आने के बीच किसान अपनी जमीन पर अन्य फसल भी ले सकेंगे। किसानों को पेड़ लगाने की मजदूरी भी शासन देगा। नर्मदा के दोनों तटों पर पौधे लगाना ही इस नर्मदा सेवा यात्रा का उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि अभी तक मण्डला जिले में 6 हजार 376 किसानों ने पेड़ लगाने का संकल्प ले लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा की जब योजना बनी तब ऐसा लग रहा था कौन चलेगा तब जन अभियान परिषद एवं साधु संतों ने इसकी शुरूआत का आश्वासन दिया और अब मात्र दस दिनों में लागों के समूह के समूह यात्रा के साथ है। यात्रा का संयोजन तो सरकार ने किया किन्तु अब समाज ने इसे अपने हाथ में ले लिया है। मुख्यमंत्री ने बेटी बचाने के संदेश को देते हुए कहा कि आज भी मातायें हैण्डपंप से पानी लाने बेटे को नही बेटियों को भेजती है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के तटीय क्षेत्रों में सरकार पाइप लाइन डालकर जल प्रदाय किया जायेगा। अब बेटी हैण्डपंप नही चलायेगी। उन्होंने नागरिकों को बेटी और बेटे में समानता का भाव रखने की सलाह देते हुए कहा कि यदि बेटी नही बचाओगे तो बहू कहॉ से लाओगे । इसका संतुलन जरूरी है यदि असंतुलन हुआ तो सृष्टि नही चलेगी। बेटियों के लिए शासन ने जन्म से उनके विवाह तक की सुविधायें दी है। अब पुलिस में भी 33 प्रतिशत पदों पर बेटियों की भरती होगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोगों को नशा नही करने की सलाह दी जिससे प्रेरित होकर लगभग 150 लोगों ने नशा नही करने का संकल्प लिया। जन संवाद के दौरान ही उपस्थित जनसमूह को मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा के संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प दिलाया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री सहित अतिथियों ने नर्मदा सेवा यात्रा के ध्वज का पूजन कर मॉ नर्मदा की आरती की। मंच पर मुख्यमंत्री द्वारा कन्यापूजन एवं साधु संतों का शाल श्री फल एवं फूल मालाओं से स्वागत किया गया। अंत में आभार प्रदर्शन निवास विधायक राम प्यारे कुलस्ते ने किया।
रिपोर्ट- @सैयद जावेद अली