मध्य प्रदेश में 22 विधायकों ने इस्तीफा दिया है। इनमें सिंधिया समर्थक 19 विधायकों बेंगलुरु एक होटल में हैं। इन सभी ने अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बताया गया है कि भले सबने इस्तीफा दे दिया हो लेकिन इनमें से 12 विधायक, जिसमें दो मंत्री भी हैं। बीजेपी में जाने को तैयार नहीं हैं।
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में जारी सियासी उथल-पुथल पर कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि जिन 19 विधायकों ने इस्तीफा दिया है, वो सारे सिंधिया के साथ नहीं हैं। बेंगलुरु में ठहरे सदस्यता से इस्तीफा देने वाले 19 विधायकों से मुलाकात के बाद वर्मा ने बुधवार को कहा, ज्यादातर विधायक भाजपा में शामिल होने के लिए तैयार नहीं हैं। कोई भी सिंधिया के साथ नहीं जाना चाहता है, उन्होंने कहा है कि धोखे में रखकर उनको बेंगलुरु लाया गया।
मध्य प्रदेश में 22 विधायकों ने इस्तीफा दिया है। इनमें सिंधिया समर्थक 19 विधायकों बेंगलुरु एक होटल में हैं। इन सभी ने अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बताया गया है कि भले सबने इस्तीफा दे दिया हो लेकिन इनमें से 12 विधायक, जिसमें दो मंत्री भी हैं। बीजेपी में जाने को तैयार नहीं हैं। दावा किया गया है कि ये विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए इस्तीफा दे देने की बात कह रहे हैं लेकिन बीजेपी में शामिल होने से इनकार कर रहे हैं।
22 विधायकों में 6 मंत्री भी शामिल हैं, जिन्होंने इस्तीफे दिए हैं। छह मंत्रियों में तुलसी सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी और प्रभुराम चौधरी शामिल हैं। कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह ने शिवराज सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं। दो विधायकों के निधन की वजह से फिलहाल 228 विधायक राज्य में हैं। कांग्रेस के 114 विधायक हैं। कांग्रेस को इसके अलावा 4 निर्दलीय विधायक, 2 बीएसपी (एक पार्टी से निलंबित) और एक सपा विधायक का भी समर्थन अब तक था। वहीं बीजेपी के पास 107 विधायक हैं।
22 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या 92 पर आ गई है। यदि इसमें सात बसपा, सपा और निर्दलीय विधायक भी जोड़ दिए जाएं तो यह संख्या 99 तक ही पहुंचेगी। वहीं, बीजेपी के पास 107 विधायक हैं। इस्तीफा स्वीकार होने के बाद विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 206 हो जाएगी और बहुमत की संख्या 104 होगी। ऐसे में बीजेपी सरकार बना लेगी।