भोपाल: मध्य प्रदेश (MP) कांग्रेस की कलह दिल्ली तक पहुंच गयी है। मामला 2018 के विधानसभा चुनाव का है। विंध्य इलाके में कांग्रेस बुरी तरह हारी थी। पूर्व सीएम कमलनाथ की इस टीस पर विंध्य के नेता अजय सिंह ने जवाब दिया तो दिल्ली तक हलचल मच गयी।
पूर्व सीएम कमलनाथ विधानसभा चुनाव में विंध्य में कांग्रेस की हार को अब तक भूल नहीं पाए हैं। उन्होंने इतने अरसे बाद कांग्रेस की हार के लिए विंध्य को दोषी ठहराया तो विंध्य से पार्टी नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को ये नागवार गुजरा। अजय सिंह ने कमलनाथ के बयान पर ऐतराज जताया था। साथ ही उनके कोरोना के इंडियन वैरियंट वाले बयान पर संयम बरतने की सलाह दी थी।
अजय सिंह के जवाबी हमले के बाद पार्टी के अंदर बवाल मचा हुआ है। इस पूरे मामले की जानकारी अब पार्टी हाईकमान ने तलब की है। प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने जानकारी मांगी है। सूत्रों के मुताबिक मुकुल वासनिक ने अजय सिंह से फोन पर चर्चा भी की है। अजय सिंह के बयान पर पीसीसी भी नाखुश है। यही कारण है विंध्य इलाके में अजय सिंह को दरकिनार कर बीजेपी से दल बदल कर वापिस कांग्रेस में लौटे कांग्रेस नेता चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को रीवा जिले की अहम जिम्मेदारी दे दी गयी। इससे अजय सिंह खेमा नाराज़ है। विंध्य इलाके में पीसीसी की ओर से नियुक्त प्रभारियों को लेकर खासे नाराज हैं। हालांकि पार्टी की अंतर्कलह पर पार्टी कुछ भी साफ तौर पर बोलने से बच रही है।
बताया जा रहा है कमलनाथ के रीवा जिले की जिम्मेदारी चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को देने पर अजय सिंह खासे नाराज हैं। पीसीसी ने साफ कर दिया है कि किसी नेता की नाराजगी पर किसी प्रभारी को बदला नहीं जाएगा. मतलब साफ है कि अब कांग्रेस पार्टी में सिर्फ कमलनाथ के फैसले ही मान्य होंगे और अजय सिंह सरीखे नेताओं की नाराजगी पर पार्टी फैसला बदलेगी इसकी गुंजाइश कम नजर आ रही है।
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक डॉ गोविंद सिंह ने कहा अजय सिंह को लेकर पार्टी में किसी तरह का अंतर्कलह नहीं है। कमलनाथ और अजय सिंह में कोई अंतर्विरोध नहीं है। दोनों नेताओं के बीच चर्चा हो चुकी है. डॉ. गोविंद सिंह के मुताबिक भिंड में अजय सिंह को कोई दूसरे नेता चुनौती नहीं दे रहे हैं। पूरी कांग्रेस पार्टी एकजुट है। सभी कांग्रेसियों का मकसद एक ही है प्रदेश से बीजेपी का सफाया करना और उसी लक्ष्य पर सभी कांग्रेस नेता काम कर रहे हैं। कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता एक सूत्र में हैं।
अजय सिंह के बयान के बाद कांग्रेस के अंदर मचे घमासान में बीजेपी को तंज कसने का मौका जरूर मिल गया है। मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कांग्रेस गुटों में बंटी पार्टी है। अपनी अपनी रियासत में मठाधीश बनने की कोशिश में कांग्रेस नेताओं ने अपने अपने गुट बना लिए हैं। सबके अलग-अलग सरगना हैं। अजय सिंह को लगता है कि विंध्य इलाके में उनकी रियासत है। इसलिए कमलनाथ के नियुक्त प्रभारी को वह पचा नहीं पा रहे हैं। एक दूसरे की रियासत में हस्तक्षेप के कारण इस तरीके से बयान बाजी हो रही है।