शाजापुर जिले के एक अस्पताल में एक बुजुर्ग मरीज को इलाज का बिल जमा नहीं करने पर बेड से बांधकर रखा गया। हालांकि, अस्पताल ने दावा किया कि मरीज को ऐंठन हो रही थी और इस कारण उसके हाथ और पैर बंधे हुए थे ताकि वह खुद को चोट न पहुंचा सके।
भोपाल : कोरोना वायरस के संकट के दौर में मेडिकल कर्मचारी और डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर दिन रात संक्रमित मरीजों का इलाज करने में जुटे हुए हैं। वहीं, दूसरी ओर मध्यप्रदेश के एक अस्पताल में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है।
दरअसल, सूबे के शाजापुर जिले के एक अस्पताल में एक बुजुर्ग मरीज को इलाज का बिल जमा नहीं करने पर बेड से बांधकर रखा गया। हालांकि, अस्पताल ने दावा किया कि मरीज को ऐंठन हो रही थी और इस कारण उसके हाथ और पैर बंधे हुए थे ताकि वह खुद को चोट न पहुंचा सके।
Madhya Pradesh: An 80-yr-old man found tied to bed with rope at a hospital in Shajapur allegedly over non-payment of hospital bill. Dist Collector says,‘We’ve sent a team to hospital to investigate matter. Police probe on. Report awaited. Action will be taken accordingly.'(06.06) pic.twitter.com/fWaY4nIi5z
— ANI (@ANI) June 7, 2020
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मामले का संज्ञान लेते हुए और शाजापुर स्थित अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। जिला अस्पताल ने भी मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
वहीं, बुजुर्ग व्यक्ति के परिवार ने आरोप लगाया कि 11,000 रुपये का भुगतान करने में विफल रहने पर अस्पताल प्रशासन ने मरीज के पैरों और हाथों को बिस्तर से बांध दिया। हालांकि, अस्पताल ने कहा कि बुजुर्ग को इसलिए बांधा गया था क्योंकि इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के कारण उन्हें ऐंठन हो रही थी।
अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के कारण उन्हें ऐंठन हो रही थी। हमने उन्हें बांध दिया ताकि वह खुद को चोट न पहुंचा सके। डॉक्टर ने यह भी कहा कि अस्पताल ने मानवीय आधार पर उनके बिल को माफ कर दिया था।
वहीं, इस मामले पर जिला क्लेक्टर ने कहा कि हमने जांच के लिए एक टीम को अस्पताल भेजा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही जांच रिपोर्ट आने वाली है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।