मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने मंगलवार को नर्मदा नदी को स्वच्छ, जल संरक्षण और नदी के किनारे पौधारोपन को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष समिति बनाई है। इस समिति में पांच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया है।
अधिकारियों ने एक प्रेस रिलीज जारी कर इस बात की जानकारी दी। राज्य सरकार ने इस समिति के विशेष सदस्य नर्मदानंद, हरिहरानंद, कम्प्यूटर बाबा, भय्यू महाराज और योगेंद्र महंत को राज्यमंत्री का दर्जा प्रदान किया है।
इन संत की जिम्मेदारी लोगों को नर्मदा के संरक्षण के प्रति जागरूक करने की होगी साथ ही ये लोगों को इसके प्रति स्वच्छता का संकल्प भी दिलाएंगे। वहीं, विपक्ष ने सरकार के इस कदम पर निशाना साधते हुए कहा है कि चुनावी साल में यह संतों को लुभाने की कोशिश है।
कांग्रेस प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार का यह कदम असल मुद्दों से ध्यान भटकाने वाला है। इस वक्त प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से खराब हालत में है, किसानों की हालत खस्ता है, उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इन मुद्दों को छोड़ सरकार असल मुद्दों से भटकाने का काम कर रही है।