उज्जैन : आम आदमी पार्टी के एक दल ने महाकाल की नगरी उज्जैन में गुरूवार को आयी आंधी और बारिश से हुए जानमाल के नुकसान का जायजा लिया और घायलो से मुलाकात की। वहाँ के हालातो से सिद्ध हो गया है कि मध्यप्रदेश सरकार अचानक आयी बारिश से निपटने को तैयार नहीं थी साथ ही भ्रस्ट्राचार एवं अनियमितता के कारण जो भी कार्य सिंहस्थ हेतु उज्जैन में हुए वो घटिया किस्म के होने के कारण हल्की हवा और बारिश में ढह गए। परिणाम स्वरूप् 10 से अधिक लोगों की जाने गयी और 100 से अधिक लोग घायल हो गये तथा करोडो का नुकसान हुआ।
उज्जैन की स्तिथि देखने के बाद प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने बताया कि सिंहस्थ के आयोजन में मध्यप्रदेश सरकार पूरी तरह से असफल रही है। सिंहस्थ कुम्भ के लिए सरकार द्वारा 4500 करोड़ खर्च के बावजूद शिवराज सरकार और सिंहस्थ प्रभारी भूपेंद्र सिंग आपदाओं के आंकलन में पूरी तरह असफल रहे जिस कारण निर्दोष लोगो को जान से हाँथ धोना पड़ा।
भूपेंद्र सिंह को हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।उन्होंने मांग की हे कि उक्त घटना की न्यायिक जाँच करायी जाय तथा दोषियों पर कार्यवाही की जाय एवं मृतको को 20 लाख रुपये मुआवजा सरकार दे।
प्रदेश सचिव अक्षय हुंका ने बताया कि सिंहस्थ स्थल का जायजा लेने से स्पष्ट होता हे कि व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं चारों तरफ अव्यवस्था का माहोल हे सीवर लाइन उखड़ी या टूटी पड़ी हे,गंदगी का साम्राज्य हे,लोगो के लिये ठहरने और चिकत्सा की उचित व्यवस्था नहीं है। ऐसे में स्पष्ट है कि सिंहस्थ जैसे पवित्र आयोजन को भी शिवराज सरकार ने भ्रष्टाचार,अनियमितता और अनैतिकता के मायाजाल में फंसकर अपवित्र कर दिया है।