मण्डला- पिछले 2 – 3 दिनों से जिले में हो रही लगातार बारिश के चलते के सभी नदी – नाले पूरे उफान पर है। सावन का महीना छुटपुट बारिश में बीत जाने के बाद हरियाली अमावस्या के बाद बारिश ने जोर पकड़ा और नर्मदा नदी, छोटा पुल, बंजर पुल, मरजदिया नाला, कोप्परिया नाला, चैरई पुल सहित अनेक नदी, नाले व पुल पुलिया बारिश के पानी से लबालब हो गये। नर्मदा नदी की बाढ़ ने खतरे के निशान को छू रहा है। लगातार बारिश में नर्मदा का जल स्तर भी काफी बढ़ गया है।
इस बारिश में पहली बार छोटा रपटा पुल डूबा है। बंजर नदी और मरजदिया नाला उफान पर होने के कारण कान्हा और मुनू मार्ग बंद है। रिमझिम बारिश का दौर रूक-रूककर जारी है, जिसके चलते नदी, नालों का जल स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। रामनगर का नर्मदा पुल को पानी छू रहा है। मण्डला में छोटा रपटा पुल जलमग्न हो गया है। बंजर नदी भी उफनाई है। मोचा के पास कान्हा राष्ट्रिय उद्यान को जोड़ने वाला पुल भी डूब गया है। जल स्तर को देखते हुए फिलहाल पुल से कम पानी होने की उम्मीद नहीं है। जिससे लोगों को और भी परेशानी झेलनी पड़ेगी। रामनगर के पास मरजदिया नाला उफान पर है।
पुलिया डूब जाने के कारण रास्ता बंद हो गया है। मुनू मार्ग में दोपहर के बाद से आवाजाही नहीं हो पा रही है। कालपी निवास मार्ग भी बारिश के चलते बंद हो गया है। यहां चैरई पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। जिसके चलते शाम तक आवागमन शुरू होने की उम्मीद नहीं है। नर्मदा नदी उफान के कारण रिपटा मेंहदवानी मार्ग तीन घंटे बंद रहा। मंडला-घुघरी मार्ग स्थित रामनगर में 30 फीट ऊंचाई वाले पुल के ऊपर से नर्मदा नदी का पानी बह रहा है। साथ ही मंडला-घुघरी मार्ग पर कई नदी-नाले उफान पर है, जिसके चलते आवागमन पूरी तरह से ठप्प हो गया है।
बाढ़ में बहा एप्रोज मार्ग-
मण्डला से महज 7 किमी दूर नांदिया से पिण्डरई जाने वाले मार्ग में बना एप्रोज मार्ग बह जाने के कारण आवागमन बाधित हो गया है, जबकि पूर्व में भी 9 जुलाई को हुई बारिश के दौरा इसी मार्ग पर बनी पुलिया के पास एप्रोज मार्ग बह गया था। साथ ही नांदिया के पास मण्डी बोर्ड के द्वारा शेड निर्माण का कार्य कराया जा रहा है, वह स्थान उचित नही है। क्योंकि दो बार बारिश के कारण शेड के चारों ओर अधिक मात्रा में पानी भर गया था। इसके बाद भी स्थान परिवर्तन में मण्डी बोर्ड रूचि नहीं ले रहा है। शायद इस निर्माण के पीछे शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाने के काम किया जा रहा है।
हैरत की बात तो यह है कि पुलों के ऊपर से बाढ़ का पानी बहने के बाद भी लोग जान जोखिम में डालकर अपने वाहनों को पार करते नजर आये। प्रशासन ने उन्हें रोकने के लिए अब तक कोई इंतजाम नहीं किए है। सावन के महीने में अच्छी बारिश होने से फसलों को फायदा पहुंचेगा। अच्छे उत्पादन की उम्मीद जताई जा रही है।
ऊपरी क्षेत्र में वर्षा से नर्मदा का जल स्तर बढ़ा
अमरकंटक एवं डिण्डौरी क्षेत्र में हो रही वर्षा के कारण मंडला में 6 अगस्त के दोपहर 3 बजे तक नर्मदा का जल स्तर 437.24 मीटर अर्थात 1437.58 फीट हो गया था। केन्द्रीय जल आयोग के अधिशासी अभियंता नर्मदा मंडल भोपाल ने सूचित किया है कि उपरी क्षेत्र में वर्षा के संकेतों के आधार पर मंडला में नर्मदा नदी के जल स्तर बढ़ भी सकता है तथा कम भी हो सकता है। उन्होंने कहा है कि यदि ऊपर के क्षेत्र में वर्षा जारी रहती है तो नर्मदा के जल स्तर में बढ़ोतरी हो सकती है। उन्होंने नर्मदा के तटीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सर्तकता बरतनें के निर्देश दिये है।
चारों तरफ जाम, जनजीवन अस्त व्यस्त-
जोरदार बारिश से क्षेत्र के कई ग्रामों में पानी भर गया, मकान गिर गये तथा हाईवे में जाम लग गया। प्राप्त जानकारी अनुसार तेज बारिश के कारण ग्राम सरईटोला, कछारी में पानी भर गया। मटियारी जलाशय के दो गेट 8 सेंटीमीटर खोले गए थे। तेज बारिश होनें के कारण सभी छरू गेटों को शुक्रवार देर रात खोल दिए गये। गेट खुलनें से सुरपन तथा मटियारी नदी के जलस्तर में वृद्धि हो गई तथा जगनाथर. माधोपुर के बीच मटियारी नाले में तथा चिकनिया नाले में पानी आ जानें से हाईवे जाम हो गया वहीं झिगराघाट-बोकर के मध्य बने पुल पर आ जाने से अंजनिया-बम्हनी मार्ग अवरुद्ध हो गया।
दर्जनों मकान धराशायी, खाद्य व गृहस्थी का सामान बर्बाद
बम्हनी बंजर सहित आसपास के क्षेत्रों में पिछले चार-पांच दिनों से लगातार बारिश का क्रम जारी है। लगातार हो रही बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। हवेली क्षेत्र के अनेक गांवों में पानी भर जाने के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। पानी भराव की स्थिति के कारण कई गांवों में बड़ी संख्या में कच्चे मकान धराशायी हो गये हैं। नदी, नाले उफान पर होने से पुल-पुलियों के ऊपर से पानी बह रहा है, जिसके चलते कई गांवों का संपर्क भी तहसील मुख्यालय से कट गया है। इसी क्रम में सबसे ज्यादा प्रभावित ग्राम लिमरूआ के वाशिंदे हो रहे हैं। पिछले 7-8 जुलाई को हुई मूसलाधार बारिश ने लिमरूआ गांव में कहर बरपाया था, जिसकी दहशत, बेतहाशा परेशानी व आर्थिक संकट से अभी ग्रामीणजन उभर भी नहीं पाये थे कि एक बार फिर लगातार होने वाली बारिश ने उनके जख्मों को हरा कर दिया है।
जानकारी के अनुसार लिमरूआ गांव एक बार फिर जलमग्न हो गया है। गांव में लगातार तेजी से पानी का भराव और उसकी निकासी न होने की वजह से कई घर धराशायी हो गये हैं। बड़ी मात्रा में एक बार फिर ग्रामीणों की खाद्य सामग्री व गृहस्थी के सामानों को नुकसान हुआ है। बाढ़ के पानी की ठेल के चलते लिमरूआ पुल डूबा हुआ है, जिसके चलते करीब 12 घण्टों तक मार्ग अवरूद्व रहा। हालांकि बारिश का कहर पूरे हवेली क्षेत्र में देखने को मिल रहा है।
बारिश से अनेक क्षेत्रों में भारी नुकसान होने की जानकारी प्राप्त हो रही है। बम्हनी बंजर के अनेक क्षेत्रों के नदी, नाले उफान में है, जिसके चलते आसपास के ग्रामीण इलाके बारिश के कारण नदियों में आई बाढ़ से प्रभावित हुये हैं। नगर के वार्ड क्रमांक-2, साहू मोहल्ला सहित अनेक वार्ड बाढ़ के पानी से प्रभावित हुये हैं वहीं अनेक ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई फीट तक पानी भर गया है। नगर पंचायत द्वारा बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
साथ ही बाढ़ से ग्रसित परिवारों को बचाने के लिये प्रशासनिक टीम लगी हुई है, वहीं बम्हनी थाना प्रभारी शफीक खान द्वारा बाढ़ में फंसे पीडि़तों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। भारी बारिश के चलते ग्राम कछारी ग्राम पंचायत ककैया के बहुत से घरों में पानी भर गया है। बहुत से ग्रामीणों के घर पूर्णतरू धराशायी हो चुके हैं। लेखा भांवरे, टिल्ला भांवरे और गीता भांवरे के घर पूर्णतरू गिर चुके हैं।
ग्रामीणों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिन परिवारों के घर गिर चुके हैं, उनके भोजन व ठहरने की व्यवस्था फिलहाल प्राथमिक शाला कछारी में की गई है। मढिया मोहल्ले के नाले का जलस्तर बढ़ जाने के चलते नगर पंचायत भवन तक पानी पहुंच गया है।
ज्ञात हो कि शनिवार को नगर पंचायत बम्हनी में बाजार भरता है। लगातार हो रही बारिश और बाढ़ की ठेल की वजह से अनेक छोटे-बड़े पुल-पुलियों में पानी भर जाने के कारण लोगों को आने जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नगर में लगने वाली बैल बाजार क्षेत्र में घुटनों तक पानी भर जाने के कारण बाजार पूरी तरह प्रभावित हुआ। बारिश की वजह से हवेली क्षेत्र में लगातार जल भराव की स्थिति बन रही है। स्थानीयजनों के अनुसार नैनपुर-मण्डला के बीच चल रहे ब्राडग्रेज के कारण मुर्रम का उपयोग किया जा रहा है। जिसके चलते अनेक छोटे पुल-पुलियों का द्वार बंद हो गया है। बारिश के कारण पानी निकासी एक तरफ से हो रही है और इसी वजह से हवेली क्षेत्र में इस वर्ष सबसे ज्यादा पानी भराव की स्थिति निर्मित हो रही है।
हर तरफ हो रही टीआई शफीक की तारीफ –
बम्हनी और लिमरूआ में आई बाढ़ के दौरान वैसे तो पूरा प्रशासन हर तरीके से लोगों को राहत पहुँचाने की कोशिश कर रहा था। होम गॉर्ड, नगर पंचायत के साथ – साथ कई लोग रहत के काम में लगे थे लेकिन सोशल मीडिया से लेकर हर जुबां पर बम्हनी बंजर के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर शफ़ीक़ खान की तारीफ हो रही है। दरअसल शफ़ीक़ खान बाढ़ पीड़ितो को सुरक्षित स्थानों पर पहुंच रहे थे। पानी तेजी से बढ़ता देख वे बच्चो को गोदी में उठाकर सुरक्षित ठिकानों पर पहुंच रहे थे उसी वक़्त किसी ने उनकी फोटो क्लिक कर ली। ये फोटो पूरी कहानी खुद बयां कर रही है। फोटो क्लिक होते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो और हर कोई इनके जज़्बे को सलाम करने लगा।
रिपोर्ट- @सैयद जावेद अली