इंदौर- वर्ष 2008 के मालेगांव बम धमाकों के दो वांछित आरोपियों रामजी कलसांगरा और संदीप डांगे की कथित मौत को लेकर महाराष्ट्र एटीएस के एक निलंबित अधिकारी के सनसनीखेज दावे के बीच इंदौर पुलिस ने कहा कि उसे इन दोनों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
मालेगांव ब्लास्ट 2008 मामले में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने कलसांगरा और डांगे के बारे में हाल ही में मीडिया में आयीं खबरें पढ़ी हैं। लेकिन हम इन दोनों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
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मालेगांव ब्लास्टः
स्थानीय पुलिस सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2008 के मालेगांव धमाकों का वांछित आरोपी रामजी कलसांगरा मूलत: मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले का रहना वाला है। लापता होने से पहले वह कुछ बरस तक इंदौर में रहा था. इन धमाकों का दूसरा फरार आरोपी डांगे उच्च शिक्षित है और इंदौर का ही रहने वाला है। सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र पुलिस के दल दोनों आरोपियों की तलाश में गुजरे बरसों में कई बार इंदौर आ चुके हैं।
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महाराष्ट्र एटीएस के निलंबित वरिष्ठ इंस्पेक्टर एम. मुजावर का दावा है कि कलसांगरा और डांगे की मौत हो चुकी है। लेकिन पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा दोनों आरोपियों को जिंदा बताया जा रहा है। दोनों के परिवार भी इस दावे पर यकीन नहीं कर रहे हैं. उनका मानना है कि रामजी और संदीप जिंदा हैं और यूं उनकी मौत नहीं हो सकती है।