पुनासा- कालसन माता स्थित तालाब वर्षो से अतिक्रमण की चपैट में है | जनपद पंचायत पुनासा के अधिन इस तालाब पर स्थाई व अस्थाई अतिक्रमणकारी वर्षो से तालाब पर अतिक्रमण कर कृषि कर रहे है |
जनपद पंचायत द्वारा इस तालाब को नर्मदा मत्स्य सहकारी संस्था को दस वर्षो के लिए मत्स्य पालन हेतु पट्टे पर दिया गया है |
जानकारी अनुसार उक्त तालाब 66 एकड 27 डि.मी. क्षैत्रफल का है | किंतु विगत कुछ वर्षो से तालाब पर अतिक्रमणकारीयो द्वारा तेजी से अतिक्रमण करने के कारण तालाब का कुछ हिस्सा ही उपयोग मे आ रहा है | जिसके कारण नर्मदा मत्स्य सहकारी समिति को मत्स्य पालन करने मे परेशानी व नुकसान झैलना पड रहा था |
जिसको देखते हुए समिति के अध्यक्ष कृष्णकुमार वर्मा द्वारा विगत तीन वर्षो से जिला कलेक्टर , एसडीएम , तहसीलदार व संबधितो से सीमाकंन कर अतिक्रमण हटाने की मांग अनेको बार कि गई किंतु तालाब अतिक्रमण मुक्त नही हो पाया | जिसके उपरांत समिति अध्यक्ष द्वारा उच्चन्यायलय मे याचिका दायर कि गई | जिसके संबंध मे उच्चन्यायलय द्वारा मई 2015 मे उक्त तालाब का सीमाकंन कर अतिक्रमण हटवाने का आदेश संबधित जिम्मेदारो को दिया गया | लेकिन तालाब का अतिक्रमण पूर्णरुप से नही हटाया गया | तालाब पर बढ़ते अतिक्रमण से चिंतित समिति अध्यक्ष वर्मा द्वारा जिला पंचायत सीईओ को आवेदन देकर तालाब का सीमाकंन कर अतिक्रमण हटवाने की मांग की गई | जिसके बाद प्रशासन जागा व उक्त तालाब के सीमाकंन का कार्य शुरु किया गया | प्रशासन द्वारा लगभग सत्तर प्रतिशत सीमाकंन किया जा चुका है |
वहीँ लगभग आठ दस एकड भूमि अतिक्रमणकारियो के कब्जे से मुक्त होना बताया जा रहा है | शेष सीमाकंन का कार्य बाकी है | प्रशासन सीमाकंन कर सिमेंट – कांक्रीट के पौल भी बनवा रहा है |
सीमाकंन से नव निर्माणाधीन कॉलोनी मे भी कुछ भूमि तालाब की होने की आंशका जताई जा रही है | अत: संबधित अधिकारीयो को स्थल पर उपस्थित रहकर सीमाकंन करवाना चाहिए | ताकी सीमाकंन करने मे कोई कोताही ना हो पाये |
रिपोर्ट- @मो. इमरान जिन्द्रान