मंडला- मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य मंडला जिले में एक मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। रुढ़िवादी परंपरा और रीति-रिवाजों का हवाला देकर परिजनों ने विधवा महिला का जबरन मुंडन करा दिया है।
दरअसल, 28 अगस्त को रामचरण नामक व्यक्ति की मौत हुई थी, जिसका अस्थि विसर्जन करने पूरा परिवार सिवनी बालपुर ग्राम स्थित नर्मदा नदी गया हुआ था। यहां अस्थि विसर्जन करने के बाद पहले पुरुष सदस्यों ने मुंडन करवाया और आखिरी में मृतक की विधवा पत्नी सिया बाई का जबरन मुंडन करा दिया गया। सिया बाई की मानें तो वह परिजनों के सामने मुंडन न कराने के लिए रोती और गिडग़ड़ाती रहीं, लेकिन दकियानूसी परंपराओं का हवाला देते हुए वहां मौजूद लोगों ने विधवा का मुंडन करने का फरमान सुना दिया और आखिरकार असहाय विधवा महिला को मजबूरन मुंडन करवाना पड़ा है।
28 अगस्त को निवास नगर के वार्ड क्रमांक 6 आम्बेडकर वार्ड में पति रामचरण चक्रवर्ती का निधन हो गया था। जिसकी समाज में शुद्धता के लिए रामचरण की पत्नी सियाबाई और उसके बेटे पवन और बड़े भाई अन्नी चक्रवर्ती का मुंडन कराया गया।
बेटे ने दी थी मुखाग्नि
मृतक रामचरण का एक बेटा पवन और एक बेटी पूजा है। पवन ने रामचरण को मुखाग्नि दी थी। मगर रीति रिवाज के अनुसार भाई बेटे के साथ-साथ पत्नी का भी मुंडन कराया गया है। उक्त मुंडन कार्य नर्मदा घाट बालपुर सिवनी में कराया गया। वही अन्नी लाल चक्रवर्ती ने बताया उनके पिता के निधन के समय उनकी माता का भी मुंडन कराया गया था।
मृतक के बड़े भाई अन्नी लाल चक्रवर्ती के मुताबिक हमारे पूर्वजों से ही पति के निधन के बाद उनकी पत्नी का मुंडन कराने की पंरपरा है इलाहाबाद में भी ले जाकर मुंडन कराया गया है।
मृतक की पत्नी सिया बाई चक्रवर्ती के मुताबिक मुझे ऐसी पंरपरा की जानकारी नहीं थी जब से मैं शादी होकर आई हूं मेरे को इसकी जानकारी नहीं है।
वहीँ वार्ड पार्षद बंसत चौधरीका कहना है कि मेरी जानकारी में ये सब पहली बार देखा गया है। मगर परिवार की पंरपरा पर मैं कुछ नहीं कह सकता।
रिपोर्ट- @ब्यूरो