मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बड़ी खबर आ रही है जो विधायक मंत्री बनने के सपने देख रहे है उन्हें अभी और इंतेजार करना पड़ा सकता है। आज सीएम कमलनाथ ने मंत्रिमंडल विस्तार का इंकार कर मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों पर विराम लगा दिया है। हालांकि आज सीएम ने राज्यपाल से मुलाक़ात कर करीब 45 मिनट तक चर्चा की।
सीएम की करीब 45 मिनट गवर्नर आनंदीबेन पटेल के साथ मुलाक़ात चली। बाहर निकलने पर इंतज़ार कर रहे पत्रकारों से सीएम ने कहा- मैं मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में नहीं सोच रहा,अभी ये बात सिर्फ मीडिया सोच रहा है। गवर्नर से मुलाक़ात के बारे में सीएम ने कहा, सरकार की विकास योजनाओं को लेकर उनसे चर्चा की गयी है।
पिछले कई दिन से मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लगायी जा रही थीं। आज सीएम कमलनाथ की गवर्नर से मुलाक़ात तय थी। इसलिए अटकलों को बल मिल रहा था। कमलनाथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिलने राजभवन गए ज़रूर लेकिन बाहर निकलकर मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों से इंकार कर दिया।
बता दें कि अभी कमलनाथ के मंत्रिमंडल में 28 मंत्री हैं। जबकि 6 नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावनाएं हैं। मंत्रिमंडल में अभी सबसे ज्यादा 10 मंत्री कमलनाथ कोटे से हैं, जबकि दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के कोटे से सात-सात मंत्री हैं।
मध्यप्रदेश विधानसभा में फिलहाल कांग्रेस के 114, भाजपा के 108, 4 निर्दलीय, 2 बसपा और 1 सपा से विधायक हैं। मुख्यमंत्री ने अपने शुरुआती मंत्रिमंडल विस्तार में ही चौथी बार के निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया था, जिससे सरकार के सर्मथन में 115 विधायक हो गए हैं।