भोपाल : मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह की चेतावनी पर शिवराज सरकार के तीन मंत्रियों ने विधानसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपकर सुरक्षा की मांग की है। उन्हें अंदेशा है कि निर्वाचन आयोग द्वारा ‘अयोग्य’ घोषित मंत्री नरोत्तम मिश्रा के सोमवार को सदन में प्रवेश करने पर अप्रिय स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जैसा कि विपक्ष ने चेतावनी दी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ‘दाहिना हाथ’ माने जाने वाले जनसंपर्क मंत्री मिश्रा को अयोग्य ठहराते हुए आयोग ने उनके तीन साल तक चुनाव लड़ने पर रोक लगाई है। पेड न्यूज मामले में दोषी करार दिए गए मिश्रा को दिल्ली उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय से राहत नहीं मिल पाई है।
आयोग का फैसला 23 जून को ही आ गया था, लेकिन मिश्रा ने अब तक इस्तीफा नहीं दिया है। विपक्ष का कहना है कि अयोग्य ठहराए गए मिश्रा अब दतिया के विधायक नहीं रहे, इसलिए उन्हें विधानसभा में आने का अधिकार नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने शनिवार को चेतावनी दी थी कि अगर मिश्रा सदन में आते हैं तो ऐसी ‘अप्रिय स्थिति’ बनेगी, जिसकी किसी को कल्पना नहीं होगी। सिंह की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए भाजपा ने तीन मंत्रियों गौरीशंकर शेजवार, उमाशंकर गुप्ता व विश्वास सारंग का प्रतिनिधिमंडल रविवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरण शर्मा के आवास पर भेजा। तीनों मंत्रियों ने डॉ. शर्मा को ज्ञापन सौंपकर पार्टी विधायकों की सुरक्षा की मांग की।
विधानसभा अध्यक्ष के आवास से निकलने पर मंत्री सारंग ने संवाददाताओं से कहा, “अजय सिंह विधानसभा में क्या स्थिति निर्मित करना चाहते हैं, यह स्पष्ट बताएं। उनके बयान से सभी विधायक चिंतित हैं, इसके लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए। साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों। हमने विधानसभा अध्यक्ष को स्थिति से अवगत कराया है।”
वहीं विधानसभाध्यक्ष डॉ. शर्मा ने कहा, “भाजपा की ओर से ज्ञापन दिया गया है। विधानसभा में व्यवस्था बनाना मेरा उत्तरदायित्व है, लिहाजा मैं अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करूंगा।”