बैतूल- कभी सरकार को हिला देने वाले प्याज को इन दिनों खरीदार नहीं मिल रहे है । हालत यह है कि जिला प्रशासन 4 रुपये किलो बेचने को तैयार है। वही खरीदार ना मिलने की वजह से 200 क्विंटल प्याज सड़ने की कगार पर पहुँच गया है । अब प्रशासन को खुली नीलामी से उम्मीद थी लेकिन वो भी ढाई रुपया किलो पर आकर रुक गई। जिससे प्रशासन की और मुसीबत बढ़ गई है ।
प्रदेश में प्याज के बम्पर पैदावार से भाव नहीं मिलने से दुखी किसानो ने सरकार के सामने प्याज की गिरती कीमतों को लेकर प्रदर्शन किये थे जिसके बाद सरकार ने प्याज खरीदने का फैसला लिया था। इसी के तहत बैतूल जिले में भी शाजापुर से 2788 क्विंटल प्याज भेजा गया था जिसे जिले के दादा जी वेयर हॉउस पाढर, गुप्ता लाजिस्टिक वेयर हॉउस सिलपटी शहापुर, गुरु साहब वेयर हॉउस चिचोली, रामा वेयर हॉउस हिडली भीमपुर, एवं पीएलएस वेयर हॉउस ससुंदरा में भंडारण किया गया था। जिसमे से महज 102.80 क्विंटल प्याज ही बिक पाया था ।
गोदामों में रखे प्याज का उठाव नहीं होने के कारण तेजी से ख़राब हो रहा है । जिला विपणन संघ की माने तो अब तक 200 क्विंटल के करीब प्याज खराब हो चूका है। इस प्याज को फेका भी नहीं जा सकता है क्योंकि सरकार को हिसाब देना होगा । वही बड़ी परेशानी यह भी है कि वेयर हॉउस काफी दूर होने से लोग प्याज खरीदने नहीं जा रहे ।
जिला विपणन अधिकारी प्रदीप ग्रेवाल ने बताया कि प्याज की खुली नीलामी रखी गई गई थी। जिसमे सरकारी बोली 2 रूपये किलो थी । निर्धारित दर से 40 पैसे अधिक की बोली पर ससुंदरा वेयर हॉउस से नीलामी हुई । पाढर,शहापुर के वेयर हाउस पर बोली लगाने वाले ही नही पहुंचे । पी एल एस वेयर हॉउस से 18 क्विंटल प्याज की नीलामी हुई है । इन केन्द्रो पर पुनः नीलामी कराई जायेगी ।
रिपोर्ट- @अकील अहमद