खजुराहो : मध्य प्रदेश के चुनाव में इस बार गोरक्षा का विषय एक सियासी मुद्दा बन चुका है।
एक ओर जहां सत्ता में आने से पहले प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने ऐलान किया है कि सरकार में आने के बाद वह प्रदेश भर में गोशालाओं का निर्माण कराएगी, वहीं दूसरी ओर सत्तारूढ़ बीजेपी ने अब गोरक्षा के लिए बाकायदा गो-मंत्रालय बनाने की बात कही है।
रविवार को मध्य प्रदेश के दो अलग-अलग कार्यक्रमों में सीएम शिवराज ने इसकी घोषणा भी की है।
खजुराहो के एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा कि प्रदेश में गोरक्षा बोर्ड का गठन हुआ है और मेरे मन में यह भी आया है कि हम क्यों ना इसे पूरा मंत्रालय ही बना दें।
वहीं सागर जिले में सभा को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा कि प्रदेश में अब गो-मंत्रालय बनाया जाएगा, जिससे कि गोमाता और गोवंशों का संरक्षण किया जा सके।
इसके अलावा सीएम ने यह भी कहा कि बीजेपी प्रदेश में कई गोशालाओं का निर्माण भी कराएगी।
कांग्रेस ने किया था गोशाला के निर्माण का ऐलान
बता दें कि शिवराज के इस बयान से पहले राज्य में कैबिनेट मंत्री का दर्जा पाने वाले संत स्वामी अखिलेश्वरानंद ने यह मांग की थी, कि प्रदेश सरकार गोरक्षा के लिए अलग से मंत्रालय बनाए।
वहीं अखिलेश्वरानंद के इस बयान को समर्थन मिलने के बाद ही कांग्रेस पार्टी ने बीते 2 सितंबर को यह घोषणा की थी कि सरकार आने के बाद प्रदेश की हर पंचायत में गोशाला का निर्माण कराया जाएगा।
कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर लगाए थे आरोप
इस ऐलान के वक्त एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी गोमाता को लेकर बहुत बड़ी-बड़ी बातें करती है लेकिन करती कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस गोशाला के लिए अलग से फंड मुहैया कराया जाएगा। कमलनाथ ने कहा कि गोशाला बनने के बाद पूरे प्रदेश में गोमाता की रक्षा हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि यह घोषणा नहीं बल्कि उनका वचन है। बता दें कि एमपी के चुनाव के दौरान कांग्रेस ने सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति के तहत पूर्व में कई बार गोरक्षा के मुद्दे पर शिवराज सरकार की आलोचना की थी।